Lockdown: कोरोना की मार, रोजी रोटी को मोहताज, लॉकडाउन में LOCK हुआ कुम्हारों का व्यवसाय, देखिए वीडियो
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दुर्गा प्रसाद सेन@बेमेतरा। (Lockdown)इन दिनों कोविड-19 महामारी से पूरा देश जूझ रहा है ।
जिसके खतिर अधिकांश जगहों पर लॉकडाउन कर दिया गया है।
खासतौर से दिहाड़ी मजदूर और रोजाना छुट-पुट धंधा कर अपने परिवार का लालन पालन करने वाले लोग काफी परेशानी झेल रहे हैं।
वहीं वह लोग भी बेहद परेशान हैं।
जो लोग मिट्टी के बर्तन बनाकर अपना जीवन चलाते हैं,
लेकिन आज उनका भी हाल बेहाल है।
क्योंकि ये कुम्हार प्राचीन परंपरा को बरकरार रखते हुए मिट्टी के बर्तन और खिलौने बनाकर उन्हें
बाजार में बेचकर ही अपना जीवन यापन करते हैं।
उनका यही व्यवसाय भी है।
कोरोना की मार से हुए लॉकडाउन से उनका व्यवसाय भी लॉकडाउन हो गया है।
जिले में कुम्हारों की बड़ी बस्ती है।
जहां के कुम्हार परंपरागत मिट्टी के बर्तन खिलौने एवं अन्य सामग्रियां बना कर अपना गुजारा करते हैं।
गणेश की मूर्ति एवं दुर्गा की मूर्ति के समय इनका मुख्य व्यवसाय होता है।
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परंतु कोरोना संक्रमण के कारण इनका व्यवसाय पूरी तरीके से ठप पडा हुआ है।
इन दिनों यह कुम्हार छत्तीसगढ़ के मुख्य त्योहारों में से एक पोला पर्व के लिए मिट्टी के बैल एवं खिलौने बना रहे हैं।
वही गणेश पर्व के मद्देनजर छोटे-छोटे गणेश की प्रतिमाएं बना रहे हैं।
जिसका अब तक कोई भी आर्डर नहीं मिला है जिससे कुम्हार चिंतित दिखाई दे रहे हैं।