CM साय ने श्रीमद्भागवत कथा में लिया हिस्सा, प्रदेशवासियों के लिए खुशहाली के लिए प्रार्थना की
रायपुर। सीएम विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के डुंडा स्थित अशोका पाम मिडोज कॉलोनी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराधा रानी से छत्तीसगढ़वासियों की सुख-समृद्धि, शांति और मंगलमय जीवन की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने व्यासपीठ का नमन करते हुए कथाव्यास पंडित श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री से आशीर्वाद लिया और श्रीकृष्ण-सुदामा प्रसंग का श्रवण किया।
भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे
मुख्यमंत्री साय ने कथाव्यास पंडित कृष्ण गौड़ शास्त्री का छत्तीसगढ़ की पावन भूमि में हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा, “श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण एक विशेष सौभाग्य है, जो न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है, बल्कि धर्म, प्रेम और कर्तव्य के पथ पर चलने की प्रेरणा भी देता है।” मुख्यमंत्री ने यह भी आशा जताई कि सभी श्रद्धालु इस कथा के दिव्य संदेश को आत्मसात करेंगे और इसे अपने जीवन में अपनाएंगे। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण से यह प्रार्थना की कि वे छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा करने की शक्ति और निष्ठा प्रदान करें।
छत्तीसगढ़ – भगवान श्रीराम की वनवास स्थली, रामभक्तों के लिए महाकुंभ में विशेष व्यवस्था
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भगवान श्रीराम के वनवास का अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में बीता और यहां उन्हें “भांचा” के रूप में सम्मान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने “श्रीरामलला दर्शन योजना” के तहत 20,000 से अधिक रामभक्तों को अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन का सौभाग्य प्रदान किया है। साथ ही, मुख्यमंत्री ने प्रयागराज महाकुंभ के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि 144 वर्षों बाद यह शुभ संयोग आया है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए ‘छत्तीसगढ़ पवेलियन’ की विशेष व्यवस्था की है, जिसमें निःशुल्क आवास, भोजन और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं।
आध्यात्मिक आयोजनों का समाज पर सकारात्मक प्रभाव
मुख्यमंत्री ने श्रीमद्भागवत कथा के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी और कहा कि इस प्रकार के आध्यात्मिक आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा और धार्मिक चेतना का संचार करते हैं।
इस अवसर पर भूपेन्द्र सवन्नी, श्री राजीव अग्रवाल, श्री सरल मोदी सहित आयोजन समिति के सदस्य, स्थानीय गणमान्यजन और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।