छत्तीसगढ़ में 44 खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी, लीथियम की खोज शुरू

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने खनिजों की ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू की है। यह पहल खनिजों में पारदर्शिता और नवाचार लाने के उद्देश्य से की गई है। अब तक 44 खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी हो चुकी है।
बैलाडीला क्षेत्र, जो देश के सबसे बड़े लौह अयस्क भंडारों में से एक है, वहां तीन नए लौह अयस्क ब्लॉकों की ई-नीलामी जारी है। इसके अलावा कांकेर जिले के हाहालद्दी लौह अयस्क खनिज ब्लॉक की नीलामी भी अंतिम चरण में है।
देश में पहली बार खनिज लीथियम ब्लॉक की नीलामी भी हुई है। कोरबा जिले के कटघोरा लीथियम ब्लॉक को 76 प्रतिशत प्रीमियम पर मेसर्स साउथ मायकी माइनिंग कंपनी को आवंटित किया गया है।
साथ ही, सुकमा और कोरबा जिले में भी लीथियम की खोज की जा रही है, और यहां लीथियम के भंडार मिलने की पूरी संभावना है। अब तक चूना पत्थर, लौह अयस्क, बॉक्साइट, सोना, निकल, क्रोमियम, ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट और लीथियम जैसे खनिज ब्लॉकों की नीलामी की जा चुकी है।
इसके परिणामस्वरूप राज्य के खनिज राजस्व में भारी वृद्धि हुई है। राज्य के गठन के समय से अब तक खनिज राजस्व में 30 गुना वृद्धि हो चुकी है, जो 2023-24 में 13,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। 2024-25 में अब तक 11,581 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया जा चुका है।