बस्तर के गलगम कैंप में जवानों से सीएम साय ने किया संवाद, नक्सल अभियान के प्रयासाे को सराहा

बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के गलगम कैंप में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया और छत्तीसगढ़ के नक्सल विरोधी अभियान में उनकी भूमिका की सराहना की। उन्होंने भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के जयकारे के साथ अपने उद्बोधन की शुरुआत की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार में आए डेढ़ साल में उन्होंने राज्य में अच्छा सुशासन स्थापित करने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि वे लगातार नक्सल विरोधी ऑपरेशन की जानकारी डीजीपी गौतम से लेते रहते हैं और जवानों के साहस को नमन करते हैं, जो 44 डिग्री की गर्मी में भी कठिनाई से भरे ऑपरेशन करते हैं। उन्होंने सुरक्षा कैम्प को सुविधा कैम्प भी कहा और बताया कि इन कैम्पों के माध्यम से बस्तर के दूर-दराज इलाकों में राशन, बिजली, स्वास्थ्य, स्कूल और मोबाइल टावर जैसी कई सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं। मूलेर में सरकार ने पहला कैम्प खोला था, जहां से आसपास के गांवों में विकास कार्य शुरू हुए।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में नक्सल विरोधी अभियान में मिली सफलता का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य है और जवानों के अदम्य साहस से यह लक्ष्य पूरा होगा। इसके अलावा, बस्तर में नियद नेल्ला नार ने स्थानीय लोगों से जुड़ने में अहम भूमिका निभाई है, जिससे नक्सलवाद के खिलाफ जनता की भागीदारी बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने जवानों को भरोसा दिलाया कि उनकी मेहनत से बस्तर और छत्तीसगढ़ जल्द ही नक्सल मुक्त और सुरक्षित होगा।