संजय गुप्ता@कोरिया। (Covid-19) जिले के नगर पालिक निगम चिरमिरी में 30 लाख रुपए की लागत से 2 वर्ष पूर्व बना विद्युत शवदाह गृह का उपयोग वैश्विक महामारी कोविड-19 से संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए नहीं किया जा रहा है। संक्रमित शवों को नगर पालिक निगम चिरमिरी क्षेत्र के खुले मुक्तिधाम में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया जा रहा है।
(Covid-19) आपको बता दें कि कोरिया जिले के अंतर्गत आने वाला इकलौता नगर पालिक निगम चिरमिरी में मृत्यु होने के पश्चात शवों को अंतिम संस्कार के लिए 2 वर्ष पूर्व डोमनहिल मुक्ति धान में करीब 30 लाख रुपए की लागत से विद्युत शवदाह गृह का DMF फंड के द्वारा निर्माण कराया गया था।(Covid-19) साथ ही कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत के द्वारा शवदाह मशीन में बकायदे कच्ची लकड़ी डालकर परीक्षण भी कर दिया गया था।
किंतु दुर्भाग्य कहेंगे कि वर्तमान समय में वैश्विक महामारी को लेकर लोगों में तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुई है की खुले में कोरोना से संक्रमित शव को बाहर में जलाने से संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। वही इस बात को लेकर भी नगर पालिक निगम चिरमिरी की बुद्धिजीवी वर्ग सोचते हैं कि जब विद्युत शवदाह गृह बन गया है और पूर्व में परीक्षण भी हो गया है फिर उसका उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा है यह सोचने वाली बात होगी।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य में जिस प्रकार से वैश्विक महामारी का प्रकोप छाया हुआ है इससे कोरिया जिले का नगर पालिक निगम चिरमिरी भी अछूता नहीं है यहां के मुक्तिधाम में आए दिन खुले में कोरोना से संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में किया जा रहा है यह प्रश्न जरूर उठता है कि जब नगर पालिक निगम क्षेत्र में विद्युत शवदाह गृह का निर्माण और परीक्षण होने के बाद भी उसका उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा यह सोचने वाली बात होगी।