दिल्ली। चीन के विदेश मंत्री वांग यी दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं और मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता सीमा विवाद के स्थायी समाधान पर गठित विशेष प्रतिनिधि (SR) स्तर की वार्ता का नेतृत्व करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार मुलाकात सुबह 11 बजे होगी।
सोमवार को दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटों बाद ही वांग यी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान जयशंकर ने द्विपक्षीय रिश्तों से जुड़े तमाम मुद्दों पर बातचीत की और कहा कि कठिन दौर के बाद भारत और चीन को अब आगे बढ़ना चाहिए।
यह मुलाकात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संभावित चीन दौरे से पहले बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। साथ ही, भारत-अमेरिका तनाव और वैश्विक कूटनीतिक परिस्थितियों के बीच यह दौरा और भी अहम हो गया है। गौरतलब है कि अप्रैल-मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ के कारण रिश्तों में तनाव आ गया था, जिसे अक्टूबर 2024 में पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद कुछ हद तक सुलझाया गया।
अमेरिका द्वारा रूस से तेल खरीद को लेकर भारत पर दबाव बढ़ाने की कोशिशों के बीच भारत, रूस और चीन के बीच नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ और बदलती वैश्विक व्यवस्था के चलते इन तीनों देशों का सहयोग नए स्तर पर पहुंच सकता है।
जयशंकर ने बैठक के बाद कहा, “दुनिया के दो बड़े देशों के बीच वार्ता का अर्थ है कि अंतरराष्ट्रीय हालात पर भी चर्चा हो। हम निष्पक्ष, संतुलित और बहुध्रुवीय एशिया व विश्व चाहते हैं। मौजूदा वैश्विक स्थिति और आर्थिकी में स्थिरता लाना अब और भी जरूरी हो गया है।”