नक्सल प्रभावित गांवों के बच्चों को सीआरपीएफ गुरुकुल से मिल रही नई दिशा

बीजापुर। नक्सलियों के गढ़ रहे गांव पूवर्ती और टेकलगुडेम में अब शिक्षा की रोशनी फैल रही है। यहां सीआरपीएफ द्वारा स्थापित गुरुकुल पहल के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल रही है। वर्तमान में पूवर्ती और टेकलगुडेम के 80 से अधिक बच्चे इस गुरुकुल से जुड़कर नियमित पढ़ाई कर रहे हैं। पिछले एक साल से ‘शिक्षादूत’ इन बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
इसके अलावा 10 से ज्यादा बच्चे करीब 100 किलोमीटर दूर कुआकोंडा के पोटा केबिन में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। इन बच्चों के पालकों ने क्षेत्र की असुरक्षित स्थितियों को देखते हुए उन्हें छात्रावासों में भेजने का निर्णय लिया।
सीआरपीएफ डीआईजी आनंद सिंह राजपुरोहित ने बताया कि क्षेत्र में तीन गुरुकुल संचालित किए जा रहे हैं, जहां बच्चों को किताबें, कॉपियां जैसी शिक्षा सामग्री सीआरपीएफ द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें खेलकूद में भी भागीदारी के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
सुकमा जिला शिक्षा अधिकारी जीआर मंडावी ने बताया कि इन गांवों में बच्चों का सर्वे किया जा रहा है। पूवर्ती में एक नया स्कूल भी बनाया जा रहा है। वहीं, पढ़ाई छोड़ चुके 35 बच्चों को दोबारा स्कूल से जोड़ने के लिए पालकों से बातचीत की जा रही है। यह पहल नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा के जरिए सकारात्मक बदलाव की दिशा में बड़ा कदम है।