गरियाबंद। गरियाबंद पुलिस ने जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के दो MBBS स्टूडेंट चंद्रशेखर सेन उर्फ चंदन सेन और निखिल राज सिंह को एक बार फिर गिरफ्तार किया है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने एक युवक को फर्जी नॉन-बेलेबल वारंट दिखाकर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी और उससे एक लाख रुपए ठगे। यह मामला छुरा थाना क्षेत्र का है।
जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी पहले भी चर्चित मुन्नाभाई PMT फर्जीवाड़ा प्रकरण में जेल जा चुके हैं। साल 2009 में महासमुंद और 2010 में बिलासपुर PMT परीक्षा में इन्होंने वास्तविक अभ्यर्थी की जगह दूसरे छात्रों को बैठाकर परीक्षा दिलवाई थी। दोनों ही मामलों में FIR दर्ज होकर जेल भेजा गया था, लेकिन इसके बाद भी उनकी ठगी की कहानी रुकी नहीं।
दोनों 2007 में MBBS में एडमिशन लेने के बाद कई बार फेल हुए और अब तक कॉलेज में ही हैं। पुलिस के अनुसार, अधिक खर्च और जल्दी पैसा कमाने की चाह में उन्होंने पिछले 15 सालों में करोड़ों की ठगी की है। कई लोगों को PMT पास कराने, नौकरी लगाने और झूठे केस से बचाने के नाम पर पैसे ऐंठे। ठगे हुए पैसों से संपत्तियां भी बनाई, जिनका खुलासा जल्द किया जाएगा।
ताजा केस में गरियाबंद निवासी खेमचंद को डाक से फर्जी वारंट भेजकर धमकाया गया। आरोपी निखिल ने जेल भेजने की धमकी देकर दो लाख रुपए मांगे। डर के कारण पीड़ित ने एक लाख रुपए दे भी दिए। शिकायत पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया। निखिल ट्रेन से UP भागने की फिराक में था, जिसे आरपीएफ की मदद से पकड़ा गया।
दोनों के खिलाफ प्रदेश और देशभर में कई धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है। मामला गंभीर होने पर कई धाराएं भी जोड़ी गई हैं। यह पूरा मामला फिर साबित करता है कि कैसे मेडिकल स्टूडेंट की आड़ में दोनों ‘मुन्नाभाई’ पिछले 15 साल से अपराध की स्क्रिप्ट लिखते आ रहे थे।
