
बिपत सारथी@पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के राज्यगीत अरपा पैरी के धार में पहला शब्द अरपा है और यह अरपा नदी गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा से निकली है। अरपा नदी के उद्गम स्थल की पड़ताल के लिए हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त जाँच टीम आज पेंड्रा पहुंची है। जहाँ पेंड्रा स्थित अरपा उदगम की जांच और निरीक्षण के लिये बिलासपुर हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त न्याय मित्र दल, याचिकाकर्ता और गौरेला पेंड्रा मरवाही तथा बिलासपुर जिले की जाँच टीम अरपा नदी के उदगम स्थल में मौके पर पहुंची है।
निराकरण के लिये हाईकोर्ट ने न्यायमित्र नियुक्त किये
दरअसल अरपा के उदगम स्थल पर अतिक्रमण और सूखने के साथ ही उदगम को लेकर विवाद हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता अरविन्द शुक्ला के जरिये पहुंचा था जिसमें निराकरण के लिये हाईकोर्ट ने न्यायमित्र नियुक्त किये थे। अरपा नदी के संरक्षण और संवर्धन की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। हाईकोर्ट के न्यायमित्रों ने अरपा के उदगम को लेकर मौका निरीक्षण किया। इससे पहले हाईकोर्ट के न्यायमित्रों ने अरपा नदी की बदहाली की रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। अरपा नदी के अमरपुर स्थित उदगम का बारीकी से निरीक्षण करने के दौरान ये न्यायमित्रों और अधिकारियो की टीम ने स्थानीय लोगों से भी जानकारी ली और उदगम स्थल खेत के सूखने के कारणों से भी अवगत हुये और उदगम के आसपास के भूस्वामियों से भी जानकारी ली।
राजस्व और वनविभाग के अधिकारियों से वस्तुस्थितियों से अवगत हुये
वहीं राजस्व और वनविभाग के अधिकारियों से वस्तुस्थितियों से अवगत हुये। न्यायमित्रों के दल ने अरपा उदगम को संवर्धित करने के लिये यहां से 10 किलोमीटर दूर सोन नदी के उदगम स्थल सोनमुड़ा भी गये। जहां उदगम स्थल के आसपास कराये गये कामों की जानकारी लेकर सोन के उदगम जैसे ही अरपा के उदगम को भी विकसित करने की बात कही। आज इस टीम में बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार, पेंड्रा कलेक्टर ऋचाप्रकाष चौधरी के साथ ही न्यायमित्र मीना षास्त्री, वायसी शर्मा, एएस कछवाही, यूएनएस देव, पी एल चंद्राकर , सी के केशरवानी, स्वर्ण कुमार चंदेल और याचिकाकर्ता अरविन्द शुक्ला शामिल रहे।