
बिपत सारथी@गौरेला पेंड्रा मरवाही। जिले में धान और चावल की अफरा तफरी का बड़ा मामला सामने आया है। जिसमें तीन जिलों के बीच में सरकारी धान के कस्टम मिलिंग के चावल फर्जी तरीके से जमा करने की कोशिश का खुलासा हुआ है।
दरअसल खाद्य विभाग और पुलिस विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि गौरेला से अवैध रूप से चावल कोटा के एफसीआई गोदाम में जमा करने के लिए ले जाया जा रहा है। टीम ने पेंड्रा के पेट्रोल पंप के पास दो ट्रकों को रोककर पूछताछ की। जिसमे पता चला कि दोनों ही ट्रकों में चावल पेंड्रा के शिवानी ट्रेडर्स और कोरबा जिले के कटघोरा की मातेश्वरी राइस प्रोडक्ट मिल के नाम से लोड करके बिलासपुर जिले के कोटा के एफसीआई गोदाम में जमा करने के लिए ले जाया जा रहा था। जिसमे शिवानी ट्रेडर्स के दस्तावेजों से संतुष्ट होकर मौके पर पहुंचे फूड इंस्पेक्टर नटवर राठौर ने छोड़ दिया। पर कटघोरा की फर्म के नाम से गौरेला की मिल से चावल उठाव और कोटा ले जाकर जमा करने की प्रक्रिया को गलत मानते हुए एक ट्रक में लदे 580 बोरी यानी 290 क्विंटल चावल को टीम ने जब्त कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। वहीं खाद्य विभाग ने पूरे मामले की जानकारी जिले की कलेक्टर को दिया है जिस पर कलेक्टर ने जांच टीम का गठन कर मामले में रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि पिछले साल भी गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के कई राइस मिलर्स ने उठाए गए धान के बदले चावल जमा नही किया था जिस पर भी कोई ठोस कार्यवाही नही की गई अब इस अफरा तफरी की गंभीरता से ठोस कार्यवाही कर ब्लैक लिस्ट करने की मांग की जा रही है….