
रायपुर। भाजपा विधायक दल की बैठक समाप्त हो चुकी है। शीतकालीन सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहेगा। विधायक दल की बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति बनेगी। आदिवासी आरक्षण विधेयक, बढ़ता अपराध, किसानों की समस्या समेत कई मुद्दे विपक्ष उठाएगा। बैठक समाप्त होने के बाद विधायक अजय चंद्राकर का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि राजभवन जैसे संवैधानिक जगह के लिए ऐसे बयान देना निम्नस्तरीय है। आदिवासी आरक्षण विधेयक पर सदन में चर्चा की माँग की जाएगी। विधानसभा सदन को सबसे बड़ी जगह मानी जाती है। मुख्यमंत्री नैतिकता दिखाए, और कल पहले दिन क्वांटिफाईबल डाटा को पटल पर रखा जाए। विधानसभा को भी मालूम होना चाहिए। डाटा क्या है। सरकार विधानसभा की अवमानना कर रही है। यदि क्वांटिफाइबल डाटा सही है,, तभी आरक्षण की स्तिथि साफ होगी।
राजभवन में दिए गए जवाब को विधानसभा में सार्वजनिक करना चाहिए। विधानसभा में एक बार फिर आरक्षण को लेकर बहस होनी चाहिए और हम संतुष्ठ होते है,, तो पूरी विधानसभा राजभवन जाएगी। विपक्ष को संतुष्ठ करेंगे तो विपक्ष भी समर्थन करेगा। भानुप्रतापपुर चुनाव को प्रभावित करने के लिए आरक्षण की राजनीति की गई है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि विधायक दल की बैठक में तमाम विषयों को लेकर रणनीति बनाई गई है। प्रदेश में कानून व्यवस्था, किसानों की समस्या, कर्मचारी अधिकारियों की नियमितीकरण इन विषयों को लेकर सदन में स्थगन लाने वाले हैं। महिलाओं के साथ प्रदेश में अनाचार दुराचार के साथ धर्मान्तरण मुद्दों पर चर्चा करेंगे।