Chhattisgarh: उपचुनाव से ठीक पहले जोगी कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका, देवव्रत सिंह कांग्रेस में हो सकते हैं शामिल
राजनांदगांव। (Chhattisgarh) अजीत जोगी के निधन के बाद जेसीसीजे पार्टी कमजोर होती दिख रही है। पार्टी के कई दिग्गज चेहरों ने जेसीसीजे को अलविदा कहते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया हैं। अब पार्टी में एक और बड़ा झटका लग सकता है। विधायक देवव्रत सिंह जेसीसीजे पार्टी से इस्तीफा देकर अब कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
(Chhattisgarh)यह खबर तब आई जब देवव्रत सिंह से कांग्रेस में शामिल होने की बात पूछी गई। तब उन्होंने साफ स्पष्ट शब्दों में कहा कि हां मैं कांग्रेस में शामिल हो सकता हूं, क्यों कि कांग्रेस ने मुझे वो सब कुछ दिया है। साथ ही उन्होंने बिना अमित जोगी का नाम लिए बिना कहा कि अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी काफी कमजोर हो चुकी है। अगर मैं बात करूं कांग्रेस में प्रवेश की तो मेरे ब्लड ग्रुप में कांग्रेस है। अब रही बात कांग्रेस में शामिल होने की तो इसका फैसला हाईकमान लेगा।
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(Chhattisgarh)लेकिन देवव्रत सिंह के कांग्रेस में शामि्ल होने से लगता है अमित जोगी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। देवव्रत सिंह का पार्टी छोड़ने का बयान ऐसे समय में आया जब विधायक धर्मजीत सिंह ने जय सिंह अग्रवाल को चुनौती दी थी कि वे साफ़ करें कि कांग्रेस के संपर्क में कौन-कौन से विधायक है.
गौरतलब है कि मरवाही सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव है। इससे पहले जोगी कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं । 2016 में कांग्रेस से बगावत कर अजीत जोगी ने अलग से अपनी पार्टी बनाई थी। जिसका नाम उन्होंने जेसीसीजे रखा था। अजीत जोगी के कांग्रेस से अलग होते ही कई बड़े नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री का साथ दिया।और कांग्रेस से अलग होकर जेसीसीजे में शामिल हो गए।
इसके साथ ही पार्टी ने 2018 के चुनाव में अलग-अलग विधानसभा सीटों से अपने प्रत्याशी खड़े किए थे। लेकिन अजीत जोगी के निधन के साथ उनकी पार्टी का वर्चस्व कम होते जा रहा है। ऐसे में अमित जोगी के सामने पार्टी को आगे ले जाने के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।