नक्सलवाद के खिलाफ छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला, कर्रेगुटा में खुलेगा वार फेयर स्कूल

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जंग को और मजबूत करने राज्य की भाजपा सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले दंतेवाड़ा के कर्रेगुटा पहाड़ी पर वार फेयर ट्रेनिंग स्कूल खोला जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने 700 एकड़ जमीन का आबंटन कर दिया है। इस फैसले को नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में गेमचेंजर माना जा रहा है।

कर्रेगुटा पहाड़ी लंबे समय से नक्सलियों की गतिविधियों का प्रमुख ठिकाना रहा है। अब यहीं पर सुरक्षा बलों का आधुनिक ट्रेनिंग कैंप और वार फेयर स्कूल स्थापित होगा। इस फैसले से सुरक्षा बलों को नक्सल प्रभावित इलाकों में लड़ाई की बेहतर ट्रेनिंग मिलेगी और नक्सलियों पर दबाव और बढ़ेगा।

राज्य वन्य जीव कल्याण बोर्ड ने इस परियोजना को हरी झंडी दे दी है। बोर्ड की बैठक में तय किया गया कि ट्रेनिंग स्कूल तक पहुंचने के लिए करीब साढ़े 5 किलोमीटर पक्की सड़क बनाई जाएगी। सड़क बनने के बाद इस दुर्गम पहाड़ी तक पहुंचना आसान होगा और बड़े पैमाने पर सुरक्षा बलों की तैनाती भी हो सकेगी।

बीजेपी सरकार का कहना है कि कर्रेगुटा में ट्रेनिंग स्कूल खुलने से बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी। स्थानीय युवाओं को भी यहां रोजगार के अवसर मिलेंगे। सरकार का दावा है कि यह कदम नक्सलवाद को खत्म करने की दिशा में निर्णायक साबित होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ेगा और नक्सलवाद के खात्मे की राह और आसान होगी। आने वाले समय में कर्रेगुटा, जो कभी नक्सलियों का गढ़ था, अब सुरक्षा बलों की ताकत का नया प्रतीक बन जाएगा।

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