
दुर्ग@बेमेतरा। जिले में 4 महीने से मुआवजा राशि की मांग को लेकर किसान दरदर भटकने को मजबूर है। मुआवजा दिलाने कलेक्टर से गुहार लगाई है। दरअसल बेरला ब्लॉक के ग्राम पाहंदा, सोड़ व बावनलाख के 30 किसानों ने नागपुर महाराष्ट्र की कंपनी सीडवर्क्स इंटरनेशनल प्राईवेट लिमिटेड की ओर से अनुबंध कर रबी सीजन में नर-नारी किस्म के धान की बुआई किया था। कंपनी से अनुबंध के अनुसार प्रति एकड़ 12 क्विंटल धान का उत्पादन होने व प्रति क्विंटल 9 हजार 500 रुपये में खरीद का वादा किया था और निर्धारित उत्पादन नहीं होने की स्थिति में 35 हजार प्रति एकड़ मुआवजा देंने की बात कही गई थी। पर अनुबंध के अनुसार धान का उत्पादन नहीं हुआ। जिस पर कंपनी ने 1 महीने के भीतर मुआवजा राशि देने की बात कही थी,लेकिन आज 4 महीने से मुआवजे की मांग को लेकर दफ्तरों के चक्कर काटने को किसान मजबूर है।
वही किसानों ने कंपनी के ऊपर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है और कलेक्टर से मुआवजा दिलाने गुहार लगाई है। जहां किसानों ने बताया कि प्रशासन की ओर से पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन मिला है और मुआवजा नहीं देने की स्थिति में कंपनी के ऊपर धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है।