
बिपत सारथी@गौरेला पेंड्रा मरवाही। जिले में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा जनजाति के लिए बनाए गए प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है, ठेकेदार व अधिकारियों की मिलीभगत और लापरवाही का खामियाजा अब बैगा जनजाति के लोगों को जान जोखिम में डालकर भुगतना पड़ रहा है। इन गरीब बैगा आदिवासियों के पास सरकार के द्वारा बनाए गए पीएम आवास तो है पर इनमें रहने का सपना कुछ लोगों के लिए सपना बनकर रह गया है।
दरअसल गौरेला जनपद के अंतर्गत आने वाले चुक्तिपानी ग्रामपंचायत में बैगा जनजाति के लोगों के लिए पीएम आवास योजना के तहत आवास बनाए गए थे जो कुछ ही सालों में टूटकर गिर गए हैं, जबकि कुछ अन्य घरों की दीवारें और छत इतनी कमजोर हैं कि बरसात में छत से पानी टपक रहा है। ठेकेदार के द्वारा गुणवत्ताहीन घटिया क्वालिटी का सामान उपयोग करने के कारण यहां की प्रधानमंत्री आवास काफ़ी जर्ज़र है और पता नही कब गिर जाए।
इसलिए ये बैगा जनजाति के गरीब परिवार इसमें रहना नही चाहते हैं। इसलिए अब यह गरीब बैगा परिवार झोपड़ी बनाकर रहने को मजबूर हैं। जिम्मेदार अधिकारी और स्थानीय विधायक,जन प्रतिनिधियों को बार-बार अवगत कराने के बाद भी इन राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों के परिवार का सुध लेने वाला कोई नहीं है.