Israel – Hamas के बीच थमा संघर्ष, सीजफायर को मंजूरी, अब समझौते पर अपने ही देश में घिरे पीएम नेतन्याहू, पढ़िए क्या बोले सांसद

नई दिल्ली। (Israel – Hamas) प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने गाजा पट्टी (Gaza Strip) में 11 दिनों के सैन्य अभियान को रोकने के लिए एकतरफा संघर्ष विराम को मंजूरी दी है. इजरायली कैबिनेट ने इसकी पुष्टि की है.
फिलिस्तीन में जश्न का माहौल
इस घोषणा के साथ इजरायल-फिलिस्तीन (Israel-Palestine) के बीच 11 दिन चले संघर्ष के बाद गुरुवार रात को सीजफायर का ऐलान कर दिया गया. संघर्षविराम की घोषणा के बाद फिलिस्तीन में जश्न का माहौल है. सीजफायर लागू होने के बाद गाजा सिटी में फिलिस्तीनी सड़कों पर निकल आए और जश्न मनाया. हमास ने इसे अपनी जीत बताया है. लेकिन सीजफायर को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू अपने ही देश में घिर गए हैं. बेंजामिन नेतन्याहू के कुछ करीबी राजनीतिक सहयोगियों सहित कई दक्षिणपंथी सांसदों ने उन्हें हमास के साथ संघर्षविराम को लेकर आगाह किया है.
उच्च-स्तरीय सुरक्षा कैबिनेट की बैठक
असल में, नेतन्याहू ने गाजा में चल रहे सैन्य अभियानों के साथ-साथ विदेशी नेताओं की तरफ से सीजफायर के लिए राजनयिक प्रयासों पर चर्चा करने के लिए गुरुवार शाम को उच्च-स्तरीय सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाई. बैठक में कैबिनेट के मंत्रियों ने संघर्षविराम प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया.
नेतन्याहू सरकार की सीजफायर की आलोचना
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट में मतदान से पहले न्यू होप के नेता गिदेयोन सार (Leader Gideon Sar) ने नेतन्याहू सरकार की सीजफायर (Ceasefire) की योजना की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि सीजफायर हमास और अन्य ‘आतंकी गुटों’ के खिलाफ “इजरायल की कार्रवाई को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाएगा.”
सीजफायर करना राजनीतिक नाकामी
गिदेयोन सार ने कहा, ‘हमास को मजबूत होने से रोकने, गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली सैनिकों और नागरिकों की बगैर वापसी सीजफायर करना राजनीतिक नाकामी होगी…और भविष्य में ब्याज सहित इसकी कीमत चुकानी पड़ेगा.’ मुखर सहयोगी माने जाने वाले गिदेयोन सार अब इजरायली पीएम नेतान्याहू के बड़े आलोचक बन चुके हैं. उन्होंने नेतान्याहू के साथ दक्षिणपंथी सरकार के गठन से भी इनकार कर दिया है.
हमास और फिलिस्तनी के अन्य चरमपंथी गुटी ने 4 हजार से अधिक रॉकेट दागे
पूर्वी यरुशल में अल-अक्सा मस्जिद में झड़प के बाद से पिछले 11 दिनों में हमास और फिलिस्तीन के अन्य चरमपंथी गुटों ने इजरायल पर चार हजार के करीब रॉकेट दागे. हमास के रॉकेट दागने पर इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमले किए जिसमें 227 फिलिस्तीनियों की जान चली गई. वहीं हमास के हमले में इजरायल में 11 लोगों की मौत हो गई.