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छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र शुरू, कांग्रेस का बहिष्कार; ‘विजन 2047’ पर चर्चा, अजय चंद्राकर ने दिए मंत्रियों का सुझाव

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र रविवार से नवा रायपुर के नए विधानसभा भवन में शुरू हो गया। पहले दिन कांग्रेस ने बहिष्कार किया। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस डूबती हुई नाव है और इसका डूबना तय है। उन्होंने बताया कि सत्ता पक्ष और भाजपा पूरी जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ रही है। सत्र में ‘विजन 2047’ पर चर्चा की गई, जिसे समाज के सभी वर्गों से मिले सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। करीब एक लाख लोगों की राय इसमें शामिल की गई है। चौधरी ने कहा कि यह विजन महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी कम करने, शिशु मृत्यु दर सुधारने और कृषि, उद्योग व सेवा क्षेत्र की विकास दर बढ़ाने पर केंद्रित है।

विधायक अजय चंद्राकर ने नई प्रक्रिया की शुरुआत पर टिप्पणी की और कहा कि बहस के मुद्दों और सवाल-जवाब की स्पष्ट रूपरेखा तय होनी चाहिए। सत्र 17 दिसंबर तक चलेगा। पहले दिन प्रश्नकाल नहीं हुआ। अगले तीन दिनों में लॉ एंड ऑर्डर, धान, बिजली, जमीन दर जैसे मुद्दों पर हंगामे की संभावना है। इस सत्र में 628 सवाल पूछे जाएंगे।

मुख्य चर्चा धर्मांतरण संशोधन विधेयक को लेकर रही। गृहमंत्री विजय शर्मा ने संकेत दिए कि संशोधित धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम पास किया जा सकता है। नए ड्राफ्ट के तहत अब धर्म परिवर्तन प्रक्रिया को पूरी तरह नियम और कानून के पालन के बाद ही वैध माना जाएगा। जबरन धर्म परिवर्तन कराने पर जेल और कड़ी सजा का प्रावधान होगा। इसके लिए गृह विभाग अन्य राज्यों के कानूनों का अध्ययन कर रहा है।

सत्र में कानून-व्यवस्था, धान खरीदी, सड़कों की स्थिति और राशन वितरण पर भी चर्चा होगी। नए विधानसभा भवन में व्यवस्थाएं पूरी हैं। सदस्य ध्यानाकर्षण और स्थगन नोटिस दे सकते हैं। एक सदस्य एक दिन में अधिकतम दो ध्यानाकर्षण और एक स्थगन नोटिस दे सकता है, पूरे सत्र में छह ध्यानाकर्षण और तीन स्थगन नोटिस स्वीकार किए जाएंगे। पिछला सत्र पुराने भवन में 18 नवंबर को हुआ था। नए भवन में अब सभी प्रश्न, नोटिस और सूचनाएं समय पर दर्ज की जाएंगी।

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