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राजस्व निरीक्षक- बस्तर यूनिवर्सिटी भर्ती गड़बड़ी में अपने ही विधायकों के सवालों से घिरी सरकार

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त और पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह को श्रद्धांजलि के साथ शुरू हुआ। सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने भर्ती घोटालों और किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार को घेरा।

भाजपा विधायक राजेश मूणत ने राजस्व निरीक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। उन्होंने सवाल किया कि जब जांच समिति ने अनियमितता पाई, तो विभाग ने अब तक खुद कार्रवाई क्यों नहीं की? इस पर मंत्री टंकराम वर्मा ने बताया कि मामले की जांच अब ईओडब्ल्यू कर रही है।

इसी दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने बस्तर स्थित शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में गड़बड़ी का मामला उठाया। उन्होंने सवाल किया कि क्या आरक्षण रोस्टर का पालन हुआ? मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जवाब दिया कि 59 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया हुई है और शिकायतों की जांच चल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पर कहा कि सरकार भ्रष्टाचारियों को बचा रही है और सीबीआई जांच की मांग की।

खाद-बीज संकट पर विपक्ष का हंगामा

प्रश्नकाल के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्य में खाद-बीज की कमी का मुद्दा उठाया और स्थगन प्रस्ताव लाया। उन्होंने कहा कि किसान खाद की कमी से परेशान हैं और दोगुने दाम में खरीदने को मजबूर हैं।

इस पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि खाद के वैकल्पिक उपाय किए गए हैं, नैनो उर्वरकों का भंडारण भी किया गया है। वैश्विक कारणों से आपूर्ति प्रभावित हुई है, फिर भी सरकार ने तैयारी कर रखी है।

मंत्री के जवाब के बाद अध्यक्ष ने स्थगन प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इससे नाराज कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी और सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

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