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चेतक और चीता की विदाई, सेना-वायुसेना में शामिल होंगे 200 नए हल्के हेलीकॉप्टर

दिल्ली। भारतीय सेना और वायुसेना से जल्द ही पुराने चेतक और चीता हेलीकॉप्टरों की विदाई होने वाली है। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इनकी जगह आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर (Light Utility Helicopters) शामिल किए जाएंगे। इसके लिए 200 हेलीकॉप्टरों की खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिन्हें टोही और निगरानी हेलीकॉप्टर (RSH) भी कहा जाता है।

RFI (सूचना हेतु अनुरोध) के अनुसार, 200 में से 120 हेलीकॉप्टर सेना को और शेष 80 वायुसेना को दिए जाएंगे। इन हेलीकॉप्टरों के लिए संभावित आपूर्तिकर्ताओं की पहचान की जाएगी, जिनमें भारतीय कंपनियां और मूल उपकरण निर्माता (OEM) साझेदारी कर सकते हैं। यह कदम ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में है।

ये आधुनिक हेलीकॉप्टर दिन-रात किसी भी परिस्थिति में टोही, निगरानी, खोज और बचाव अभियान में सक्षम होंगे। साथ ही, यह विशेष अभियानों, त्वरित प्रतिक्रिया दल की तैनाती, आंतरिक और बाहरी भार वहन, जमीनी अभियानों में सहायता और हमलावर हेलीकॉप्टरों के साथ समन्वय कर सकेंगे।

रक्षा मंत्रालय ने मार्च में संसद में एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें भारतीय वायुसेना के स्वदेशी उत्पादन पर जोर दिया गया था। इसमें लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, प्रशिक्षण विमान, मिसाइलें, मानव रहित हवाई वाहन और रडार शामिल थे। इसी वर्ष, सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से 45,000 करोड़ रुपये के 156 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की खरीद को मंजूरी भी दी थी। चेतक और चीता हेलीकॉप्टर दशकों से भारतीय सेनाओं की रीढ़ रहे हैं, लेकिन अब उनकी जगह नई पीढ़ी के, अधिक सक्षम और तकनीकी रूप से उन्नत हेलीकॉप्टर लेने वाले हैं, जो भविष्य की सैन्य चुनौतियों का बेहतर सामना कर सकेंगे।

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