छत्तीसगढ़

रतनपुर दुष्कर्म मामला, थाना प्रभारी सस्पेंड, एसडीओपी को कारण बताओ नोटिस जारी, एसपी ने गठित की थी जांच कमेटी 

बिलासपुर। रतनपुर दुष्कर्म मामले में पीड़िता की मां को जेल भेजा गया था। जिसे कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। पीड़िता की विधवा मां को गिरफ्तार करने के बाद 9 दिनों से लोग विरोध कर रहे थे। जिसके बाद एसपी ने जांच टीम गठित की गई थी।  थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह को लापरवाही पूर्वक करवाई करने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने दुष्कर्म के मामले में जांच टीम गठित की गई थी जांच टीम ने पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट सौंपी है। दुष्कर्म के मामले में महिला को जमानत मिल गई है है। जबकि एसडीओपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 

आज न्यायालय से महिला को रतनपुर के दुष्कर्म के मामले में जमानत मिल गई महिला का कहना था की मैं सही हूं। ऊपरवाला देख रहा है और मेरी बच्ची का मामले को लेकर भाजपा पार्षद आरोपी का चाचा लगातार दबाव बना रहा था। समझौता करने को लेकर मगर मैं समझौता नहीं करी इसलिए मुझे फसाया गया है। मैं आगे भी लड़ते रहूंगी मेरी बच्ची का मामला है ।

पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने रतनपुर के मामले को लेकर जांच टीम बनाई थी जांच टीम ने पुलिस अधीक्षक को जांच रिपोर्ट सौंपी। 

पुलिस अधीक्षक ने रतनपुर थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह को निलंबित किया गया है। महिला के ऊपर दुष्कर्म के मामले को लेकर लापरवाही पाया गया। मगर पुलिस प्रशासन इस मामले को लेकर लीपापोती कर रही है क्योंकि भाजपा पार्षद के साथ मिलकर थाना प्रभारी ने महिला के ऊपर दुष्कर्म के मामले में पास्को एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। 

हिंदू जागरण मंच ने महिला के जमानत को लेकर पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर से मिलकर जमानत के लिए अपील न्यायालय में की गई थी। हिंदू जागरण मंच का कहना है कि सभी धर्म के लोग इस मामले में सहयोग किए हैं। यहां तक की मुस्लिम समाज इस मामले में अपने समाज के आरोपी परिवार का समर्थन नहीं किया यह एक अच्छा संदेश है।

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