National: केंद्र इसरो के अनुसंधान का समर्थन करने के लिए देश में और अधिक अनुसंधान केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य : जितेंद्र सिंह
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय वैमानिकी और अंतरिक्ष प्रशासन (नासा) के साथ मिलकर पृथ्वी, संघ के वैज्ञानिक अध्ययन के लिए ‘नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (निसार)’ नामक एक उपग्रह मिशन को साकार करने के लिए काम कर रहा है। मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने बुधवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
मंत्री ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में 2022 के लिए योजनाबद्ध आगामी इसरो अंतरिक्ष मिशन का विवरण दिया।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इसरो के अनुसंधान का समर्थन करने के लिए देश में और अधिक अनुसंधान केंद्र स्थापित करने का इरादा रखती है।
सिंह ने कहा कि मौजूदा स्पेस टेक्नोलॉजी इनक्यूबेशन सेंटर, रीजनल एकेडमिक सेंटर फॉर स्पेस को अधिकतम 200 लाख रुपये प्रति वर्ष का अनुदान मिलेगा और नए प्रस्तावित सेल भी यही दिशा-निर्देश अपनाएंगे।
सरकार कार्यक्रम संबंधी प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने, अंतरिक्ष विज्ञान और पृथ्वी अवलोकन डेटाबेस को बढ़ाने, ग्राउंड स्टेशन नेटवर्क को चौड़ा करने, संयुक्त प्रयोगों के माध्यम से उत्पादों और सेवाओं को बेहतर बनाने और प्लेटफॉर्म बनाने के लिए भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्यों के साथ विदेशी अंतरिक्ष अनुसंधान संगठनों के साथ सहयोगी परियोजनाओं का अनुसरण करती है।