
खिलावन चंद्राकर@बालोद. छत्तीसगढ़ राज्य के हृदय में बसा इतिहासधानी बालोद जिला स्वच्छता और अनुपम धरोहर के लिए जाना जाता था, परंतु नगर पालिका के उदासीन रवैये की वजह से भ्रष्टाचार का गढ़ बन सुर्खियां बटोर रहा है। स्वच्छता के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने वाला पालिका को गंदगी का आइना दिखा रहा है. बुधवारी बाजार में लगने वाला सब्जी मंडी जहां आसपास के सब्जी व्यापारी और फुटकर धंधा करने वाले हजारों लोगों का आना जाना रहता है. जिससे मूलभूत सुविधा तो दूर की बात है बदबू और असामाजिक तत्वों की वजह से कष्ट झेलना पड़ता है.
सब्जी मंडी से कर के रूप में शुल्क लेने के बाद भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराना कालाबाजारी और भ्रष्टाचारी होना प्रशासनिक कसावट को बयां करती है।शाम लगभग सात बजते ही यहां बने चबूतरा में असामाजिक तत्वों द्वारा जाम पर जाम छलका कर गाली गलौज करना असभ्यता का परिचय देते हुए गांजा शराब के अवैध बिक्री का अशुभ संकेत देता है।