दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के केंद्रीय जेल में कैदियों को VIP सुविधा देने के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है। जेल में पदस्थ प्रहरी दिवाकर सिंह पैकरा पर आरोप है कि वह कैदियों के परिजनों से पैसे लेकर जेल में काजू-बादाम, नशे की चीजें और अन्य सामान पहुंचाता था।
कैदियों के परिजनों ने इस संबंध में पद्मनाभपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। उनका आरोप है कि दिवाकर बिना किसी डर के खुलकर पैसे वसूलता था, और यदि कोई परिजन पैसे नहीं देता था तो कैदियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था। मामले की गंभीरता को देखते हुए जेल प्रशासन ने खुद कार्रवाई करते हुए प्रहरी को पुलिस के हवाले कर दिया। शुरुआती जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद पुलिस ने दिवाकर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, दिवाकर सिंह पैकरा मूल रूप से जांजगीर-चांपा जिले का निवासी है और फिलहाल दुर्ग केंद्रीय जेल में पदस्थ था। वह UPI और ऑनलाइन माध्यम से परिजनों से पैसे लेता था और सुविधा के अनुसार 500 से 2000 रुपये तक रिश्वत वसूल करता था। जेल में इस तरह खुलेआम हो रही अवैध गतिविधियों ने जेल प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अब पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और पता लगाया जा रहा है कि इसमें और कौन-कौन शामिल था।