BREAKING: ड्यूटी में लापरवाही और महिला स्टॉफ से बदसलूकी थानेदार सहित 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड

रायपुर। ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले और साथी महिला स्टॉफ से अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मियों पर प्रदेश में पदस्थ कप्तानों ने कार्रवाई करना शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा और जांजगीर-चांपा में पुलिस कप्तानों ने अधीनस्थ स्टॉफों पर कार्रवाई की है। जांजगीर एसपी ने महिला स्टॉफ से अभद्रता करने वाले 2 कांस्टेबलों पर और बेमेतरा एसपी ने ड्यूटी के दौरान लापरवाही करने पर थानेदार सहित पांच पुलिसकर्मियों को संस्पेंड किया है। अफसरों ने इस तरह की कार्रवाई जारी रहने की बात दोहराई है।
बेमेतरा एसपी रामकृष्ण साहू ने ने रेप का आरोपी थाने से भागने पर कड़ी कार्रवाई करते हुए खम्हरिया थाने के कुल पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया। निलंबन की चपेट में आने वालों में थाने के निरीक्षक (TI) चंद्रदेव वर्मा, सहायक उप निरीक्षक (ASI) भानु प्रताप पटेल, एक प्रधान आरक्षक और दो आरक्षक शामिल हैं। एसपी रामकृष्ण साहू ने बयान जारी करते हुए कहा, “यह मामला अत्यंत संवेदनशील है और थाने की सुरक्षा में हुई चूक को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीं जांजगीर-चांपा एसपी ने महिला आरक्षक सुसाइड और फोटो वायरल करने के मामले में दो आरक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) विजय पांडेय ने यह कड़ा कदम उठाया। बर्खास्त किए गए आरक्षक दुष्यंत पांडेय और नारद ताम्रकार पर महिला आरक्षकों से संबंधित अनुशासनहीनता और आपराधिक कृत्यों के आरोप थे।
आरक्षक दुष्यंत पांडेय का अपने ही विभाग की एक महिला आरक्षक से प्रेम संबंध था। लेकिन कुछ समय बाद दोनों के रिश्ते में दरार आ गई। इसके बाद मानसिक तनाव में आई महिला आरक्षक ने निलयम कॉलोनी स्थित अपने निवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दर्दनाक घटना से पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। वहीं आरक्षक नारद ताम्रकार पर एक महिला आरक्षक को अश्लील फोटो भेजने और चरित्र हनन करने के आरोप लगे। जांच में ये आरोप प्रमाणित पाए गए। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत आपराधिक प्रकरण भी दर्ज किया गया है। नारद ताम्रकार रक्षित केंद्र, जांजगीर में पदस्थ थे और अब उन्हें भी बर्खास्त कर दिया गया है।