बस्तर के विकास का रास्ता खोलेगी बोधघाट परियोजना, मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री से की मुलाकात

दिल्ली। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल से मुलाकात की। इस दौरान बस्तर की बहुप्रतीक्षित बोधघाट बहुद्देशीय परियोजना को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने इसे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि बोधघाट परियोजना के तहत लगभग 8 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई और 125 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है। इसके साथ ही यह परियोजना बस्तर क्षेत्र को पेयजल आपूर्ति और सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराएगी, जिससे लाखों लोगों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि बस्तर क्षेत्र दशकों तक विकास की मुख्यधारा से कटे रहने के कारण पिछड़ा रह गया था। लेकिन अब नक्सल प्रभाव में भारी कमी आई है और सरकार की “विकास के साथ सुरक्षा” नीति के तहत वहां अनुकूल वातावरण बन रहा है। इस बदले हुए माहौल में बोधघाट जैसी परियोजनाएं बस्तर को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि बोधघाट परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देकर इसके निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। केंद्रीय मंत्री सी. आर. पाटिल ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए परियोजना से संबंधित सभी प्रस्तावों का शीघ्र तकनीकी परीक्षण कराने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के सहयोग के प्रति आभार जताते हुए विश्वास जताया कि यह परियोजना बस्तर की तस्वीर बदल देगी।