भाजपा नेता का दुस्साहस, किसान को थार से कुचलकर मार डाला, बेटियों से बदसलूकी

भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिले के फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के गणेशपुरा गांव में रविवार को जमीन को लेकर हुआ विवाद हिंसक हो गया। इस दौरान भाजपा नेता महेंद्र नागर और उनके साथियों ने किसान रामस्वरूप नागर पर लाठियों और लुहांगी से हमला किया, जिसके बाद उसे थार जीप से कुचलकर उसकी हत्या कर दी गई।
यह घटना रविवार दोपहर करीब 1:30 से 2:00 बजे के बीच हुई। बताया जाता है कि रामस्वरूप (40 वर्ष) अपनी पत्नी विनोद बाई (38 वर्ष), बेटियों तनीषा (17 वर्ष) और कृष्णा (17 वर्ष) के साथ अपने खेत पर जा रहे थे। इसी दौरान पुराने जमीन विवाद को लेकर गांव के 10-15 लोगों ने उन पर हमला बोल दिया।
हमलावरों ने लाठी-डंडों से मारपीट की और रामस्वरूप को थार गाड़ी से कुचल दिया, जिससे उनके हाथ-पैर टूट गए। इस दौरान उनकी बेटियों के साथ भी बदसलूकी की गई और उनके कपड़े फाड़ दिए गए। हमले में कुल चार लोग घायल हुए, जिनमें रामस्वरूप की दोनों बेटियां भी शामिल हैं।
घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार देर शाम रामस्वरूप की मृत्यु हो गई। पुलिस ने इस मामले में महेंद्र नागर, जितेंद्र, कन्हैयालाल, लोकेश, नवीन, हरीश, नीतेश, देवेंद्र, कमलेशबाई, लक्ष्मीबाई, हुकुम, प्रिंस, गौतम, सम्मीबाई सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मुख्य आरोपी महेंद्र नागर, जो गणेशपुरा के बूथ क्रमांक 55 का भाजपा मंडल अध्यक्ष था, उसे पार्टी ने तत्काल सभी पदों से हटा दिया है। बताया जाता है कि महेंद्र पहले कांग्रेस में सक्रिय था, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद उसने भी पार्टी बदल ली थी।
इस हमले में रामस्वरूप की पत्नी, बेटियों और उनके मामा के साथ भी मारपीट की गई। पुलिस ने सोमवार को एक आरोपी को हिरासत में लिया।
एसडीओपी अष्ठाना ने बताया कि एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें सक्रिय हैं। जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। मृतक रामस्वरूप के बारे में बताया गया कि वह कांग्रेस कार्यकर्ता था।
सोमवार सुबह जिला अस्पताल में रामस्वरूप का पोस्टमार्टम होना था, लेकिन परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया। लंबी समझाइश के बाद एसडीओपी विवेक अष्ठाना, बमोरी विधायक ऋषि अग्रवाल और कुछ कांग्रेस नेताओं ने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर पोस्टमार्टम के लिए मनाया।



