बिरनपुर कांड: 11 माह बाद ट्रायल की शुरुआत, अब गवाहों के बयान होंगे दर्ज

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति को हिला देने वाले बिरनपुर हत्याकांड में अब नई हलचल शुरू होने जा रही है। इस मामले में सीबीआई ने नवंबर 2024 में चार्जशीट दाखिल की थी और अब करीब 11 माह बाद विशेष अदालत में गवाही की प्रक्रिया शुरू होगी।

सीबीआई चार्जशीट के अनुसार, बेमेतरा जिले के ग्राम बिरनपुर में 8 अप्रैल 2023 को बच्चों के बीच हुई मामूली साइकिल टकराने की घटना ने बड़ा रूप ले लिया। पंचायत के दौरान समुदाय विशेष की भीड़ ने ईंट-पत्थर और हथियारों से हमला किया। इस दौरान भुवनेश्वर साहू की बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी गई। हमले में पहुंचे उपनिरीक्षक बीनूराम ठाकुर और अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए।

चार्जशीट में पुलिस द्वारा दर्ज 12 नामों के साथ 6 और लोगों को आरोपी बनाया गया है। हालांकि, मृतक के पिता ईश्वर साहू जिन लोगों पर आरोप लगा रहे थे, उनका इसमें जिक्र नहीं है। न ही इसमें किसी तरह की राजनीतिक साजिश का उल्लेख है। अंजोर यदु का नाम भी शामिल नहीं किया गया, जबकि इसको लेकर लगातार आरोप लगाए जाते रहे हैं। घटना के बाद गांव में बवाल इतना बढ़ा कि कुछ घरों में आगजनी हुई और 10 अप्रैल को दो और लोगों की हत्या कर दी गई। हालात काबू में करने प्रशासन को धारा 144 लागू करनी पड़ी थी।

इस कांड का असर विधानसभा चुनावों पर भी गहरा रहा। बेमेतरा और दुर्ग जिले में हिंदू-मुस्लिम विवाद की गूंज से कांग्रेस को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। साजा, बेमेतरा, कवर्धा, पंडरिया, वैशालीनगर, अहिवारा, लोरमी, दुर्ग ग्रामीण और तखतपुर जैसी सीटों पर कांग्रेस हार गई। यहां तक कि रविंद्र चौबे, ताम्रध्वज साहू, गुरु रुद्रकुमार और मोहम्मद अकबर जैसे दिग्गज भी चुनाव नहीं जीत पाए। अब गवाही की शुरुआत के साथ ही इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई और राजनीतिक असर पर सबकी निगाहें टिकी हैं।

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