Bilaspur: बार-बार की शिकायत और समस्या जस की तस…नाराज ग्रामीणों ने रोकी कलेक्टर की गाड़ी…जानिए क्या है पूरा माजरा
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मनीष@बिलासपुर। (Bilaspur) छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में तकरीबन साढे तीन सौ ग्रामीणों ने कलेक्टर की गाड़ी रोक ली. इनकी नाराजगी थी कि इन्हें इनके क्षेत्र में सरकारी राशन दुकानों से ना तो समय पर राशन मिलता है और ना ही ऐसी कोई सुविधा है. बार बार शिकायत करने पर भी समस्या का हल नही होते देख, इन्होंने आज मजबूरी में ये फैसला लिया है।
(Bilaspur) बिलासपुर से लगे तखतपुर क्षेत्र के ग्राम लशेर में रहने वाले इन ग्रामीणों ने पहले भी कई बार कलेक्टर और विभागीय अधिकारी और अन्य लोगों से शिकायत की है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और विधायक भी इस ओर ध्यान नहीं देते।
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(Bilaspur) लिहाजा मजबूरी में कोरोना काल में पांच अलग-अलग ट्रैक्टरों में बैठकर शहर के मुख्यालय कलेक्ट्रेट पहुंचना पड़ा। इसी बीच बिलासपुर के कलेक्टर सारांश मित्तर कहीं जाने लगे तो, इन नाराज ग्रामीणों ने उनकी गाड़ि के सामने बैठकर धरना दे दिया।
आखिरकार मजबूरी में कलेक्टर को उतरकर इनकी समस्या सुनी पड़ी। और बिलासपुर कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्याएं दूर कर ली जाएंगी। उन्होंने कथित रूप से अपने आश्रित ग्राम में स्व सहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे हैं सरकारी उचित मूल्य राशन दुकान की कारगुजारी को भी उजागर किया।
उन्होंने बताया कि किस तरह से सरकारी राशन दुकानों में उन्हें ना तो राशन मिलता है और ना ही कोई सुविधा। शिकायत करने पर राशन बंद कर देने की धमकी दी जाती है तो दूसरी तरफ रेल की पटरी क्रॉस कर जान जोखिम में डाल राशन लेने जाना पड़ता है। इन सब के बावजूद विभागीय अधिकारी केवल उन्हें आश्वासन ही दे रहे हैं..