मनीष@बिलासपुर। (Bilaspur) सरकारी दफ्तर में शिकायत करने पहुंचने वाले लोगों को अगर ड्यूटी आवर में भी कोई अधिकारी-कर्मचारी ना मिले तो, उनकी परेशानी का सबब समझा जा सकता है। इन दिनों छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। श्रम विभाग के कार्यालय में जहां ड्यूटी के समय भी अधिकारी कर्मचारी अपने टेबल पे मौजूद नहीं होते, वहीं आलम यह है कि, अधिकारियों के जाते ही प्यून और चपरासी जैसे लोग भी ड्यूटी से गायब हो जाते हैं।
(Bilaspur) बीते शुक्रवार को दोपहर तकरीबन 3:00 बजे जब तिलक राम नाम का यह परेशान शिकायतकर्ता श्रम विभाग की ऑफिस पहुंचा तो, उसने देखा कि किस तरह से सरकारी दफ्तर में एक भी अधिकारी और कर्मचारी उसकी फरियाद सुनने के लिए नहीं था।(Bilaspur) एक तरफ उसके नियोक्ता ने उसे ड्यूटी करने के बावजूद वेतन का भुगतान नहीं किया था, और अब दूसरी तरफ उसकी फरियाद सुनने के लिए सरकारी दफ्तर में कर्मचारियों के पास भी समय नही है। और ना ही वे अपनी कुर्सी पर मौजूद है। शिकायतकर्ता तिलक राम की माने तो ऐसी स्थिति में उसे और उस जैसे दूसरे लोगों को खूब परेशानी होती है। और उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं होता।
इस बीच जब शिकायतकर्ता ने कार्यालय समय पर किसी भी अधिकारी के मौजूद नही होने पर जानकारी लेनी चाहिए तो पता चला, की आला अधिकारी हाईकोर्ट ड्यूटी पर थे, और दूसरी तरफ अन्य अधिकारी-कर्मचारी किसी जरूरी मीटिंग के लिए रवाना हो चुके थे। इस बीच कुर्सियां खाली थी, ऑफिस खुला था, पंखे और लाइट चल रहे थे, और ऑफिस के बाहर बैठे वाला चपरासी भी गायब था।
श्रम विभाग पहुंचे शिकायतकर्ता तिलक राम ने इस तरह की स्थिति की, कड़े शब्दों में निंदा की है, और उन्होंने बताया कि किस तरह से इसी विभाग के दूसरे आला अधिकारी ने दावा किया था कि, अगर उन्हें कोई समस्या हो तो श्रम विभाग जाकर अपनी शिकायत कर सकते हैं और उनकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। जो कि तिलक राम के अनुसार अब बेबुनियाद और झूठ साबित हो रहे हैं।