छत्तीसगढ़

‌Bilaspur: देश के हवाई मानचित्र पर अब बिलासपुर का भी नाम, बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट का विधिवत शुभारंभ

बिलासपुर। (‌Bilaspur) बिलासपुर के इतिहास में हमेशा से यह तिथि स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएगी। जिस दिन बिलासपुर की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हुई और चकरभाटा के बिलासा देवी केंवट हवाई पट्टी पर पहली फ्लाइट दिल्ली से जबलपुर होते हुए बिलासपुर पहुंची। यात्रियों के अलावा बिलासपुर की जनता में भी इसे लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया।

(‌Bilaspur) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पूरे आयोजन का वर्चुअल लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने यात्रियों से भी बातचीत की। (‌Bilaspur) बिलासपुर में हवाई सेवा की मांग ऐसे तो कई दशकों से की जा रही थी लेकिन साल 2016 से इस पर काम शुरू हुआ। पूर्व सरकार और मौजूदा सरकार के साथ केंद्र सरकार की पहल से आखिरकार इतने सालों बाद चकरभाटा एयरपोर्ट से विमान सेवा की शुरुआत मुमकिन हो पायी।

जब यह सेवा प्रारंभ नही हुई थी तब कहा जा रहा था कि बिलासपुर से हवाई सेवा सफल नहीं रहेगी और यहां से पर्याप्त यात्री नहीं मिलेंगे लेकिन हुआ इसके उलट। पहले ही दिन पूरे टिकट कुछ ही देर में बिक गए। बिलासपुर को पहले 2 सी

लाइसेंस 2018 को ही प्राप्त हो गया था लेकिन बाद में 3 सी लाइसेंस के लिए कोशिश की गई। 3 सी और 4 सी लाइसेंस की मांग को लेकर हवाई सेवा जन सुविधा संघर्ष समिति के योगदान को भी नहीं भुलाया जा सकता, इसीलिए उद्घाटन समारोह में संघर्ष समिति के सदस्यों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। सोमवार दोपहर को बिलासा देवी केवट हवाई अड्डे से आरम्भ होने वाले

हवाई सेवा का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी वर्चुअल तौर पर मौजूद रहे। इस अवसर पर कलेक्टर के प्रतिवेदन के पास एक शार्ट फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। रिबन काटकर और दीप प्रज्वलित कर औपचारिक रूप से हवाई सेवा का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कुछ यात्रियों से बातचीत भी की। अपने संबोधन में उन्होंने इसे यादगार सौगात बताया।

दोपहर करीब 3:20 पर जबलपुर से यात्रियों को लेकर पहला विमान बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट पर उतरा। आज शाम 4:15 बजे दूसरा विमान प्रयागराज से यात्री लेकर यहां पहुंचेगा। यहां से दोनों विमानों को दिल्ली के लिए उड़ान भरना है। इस अवसर पर 32 से अधिक विशिष्ट अतिथियों के साथ कई गणमान्य चेहरे और प्रमुख नागरिक भी मौजूद रहे। बिलासपुर से पहली उड़ान भरने को लेकर यात्रियों में भी गजब का रोमांच देखा गया। जिन चंद सौभाग्यशालियो को यह अवसर मिला वे खुद का नाम

इतिहास में दर्ज होने को लेकर बेहद उत्साहित दिखे। हालांकि चकरभाटा एयरपोर्ट से हवाई सेवा आरंभ होने का श्रेय लूटने मैं दोनों पक्षों में होड़ लगी रही। एक तरफ जहां कांग्रेस

सरकार यह दावा करती दिखी कि उनके प्रयास से ही बिलासपुर को यह सौगात मिली है तो वहीं नेता प्रतिपक्ष

धरमलाल कौशिक भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने दावा किया कि बिलासपुर और छत्तीसगढ़ को सिर्फ भारतीय जनता पार्टी और भाजपा प्रधानमंत्री ने ही सौगात दी है।

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