सर्पदंश मुआवजा में बड़ा फर्जीवाड़ा, वकील-डॉक्टर समेत 5 पर FIR

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के बिल्हा क्षेत्र में सर्पदंश मुआवजा योजना के तहत 3 लाख रुपये पाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी गई। इस मामले में पुलिस ने वकील, डॉक्टर और मृतक के परिजनों समेत 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। मामले का खुलासा खुद एसएसपी रजनेश सिंह ने किया।

एसएसपी ने बताया कि मृतक की मौत शराब और जहर से हुई थी, लेकिन उसे सांप के काटने से मौत बताकर मुआवजा लेने की साजिश रची गई। जांच में सामने आया कि इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड वकील कामता साहू है। इसमें डॉक्टर प्रियंका सोनी की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है, जिन पर फर्जी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाने का आरोप है।

उन्होंने रिपोर्ट में यह दिखाया कि मौत सर्पदंश से हुई, जिससे परिवार को मुआवजा मिल सके। पुलिस ने इस पूरे मामले में धारा 420 (धोखाधड़ी), 120B (साजिश) और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। अभी आगे की जांच जारी है और अन्य संदिग्धों की भूमिका भी जांची जा रही है।

बता दें कि यह मामला इतना गंभीर है कि इसे विधायक सुशांत शुक्ला ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी उठाया था। सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी। पुलिस का कहना है कि इस तरह के फर्जी मामलों से न केवल सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग होता है, बल्कि असली पीड़ितों को मुआवजा मिलने में भी दिक्कत आती है।

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