लेटलतीफी रेल बनी यात्रियों के लिए परेशानी का सबब, 40 किलोमीटर का सफर 6 घंटे में हो रहा तय..आखिर कब मिलेगी इससे मुक्ति?

गोवर्धन सिन्हा@राजनांदगांव। कोरोंनाकाल के बाद से लगातार यात्री ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है या घंटों देर से चल रही है जिसके चलते कई यात्रीगण अपने यात्रा तक को रद्द कर रहे हैं।
यात्री ट्रेनों की टाइमिंग इस कदर गड़बड़ा गई है कि सुबह चलने वाली गाड़ी रात में पहुंच रही है। रेलवे की मनमानी को लेकर यात्रियों में जमकर आक्रोश है । ट्रैक खाली होने से बावजूद भी यात्री ट्रेनों को आउटर में 3 से 4 घंटे रोका जा रहा हैं राजनांदगांव से डोंगरगढ़ के 40 किलोमीटर के सफर में 6 घंटे तक लग रहे हैं।
विडंबना यह है यात्री ट्रेनों की जगह मालगाड़ियों को प्राथमिकता दे रहे हैं पिछले 4 दिनों से लोकल एक्सप्रेस सुपरफास्ट सभी गाड़ी 10 से 12 घंटे देरी से चल रही हैं कई ट्रेनों को तो अचानक रद्द कर दिया जा रहा है।ट्रेनों में दैनिक सफर करने वाली यात्री बुरी तरह से प्रभावित तो हो ही रहे हैं साथ ही महीनों पहले रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों का अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ रही है।
जिसके चलते डोंगरगढ़ स्थानीय विधायक भुनेश्वर बघेल एवम नगर पालिका डोंगरगढ़ के अध्यक्ष सुदेश मेश्राम तथा कांग्रेस कार्यकर्ता डोंगरगढ़ के रेलवे स्टेशन पहुंच कर डी आर एम के नाम स्टेशन मास्टर को ज्ञापन सौंपा।जिसमें लेट लतीफी ट्रेनों की व्यवस्था को दुरुस्त नही करने पर रैल रोको आंदोलन करने का अल्टीमेटम भी दिया।वही विधायक भुनेश्वर बघेल ने बताया कि अगर 15 दिनों के अंदर ट्रैन व्यवस्था दुरुस्त नही होगा तो ट्रैन रोको आंदोलन किया जाएगा।