
नितिन@रायगढ़। मंगलवार को हुई घटना के बाद जेएसपीएल एक बार फिर चर्चा में आ गया है…बताया जा रहा है कि जेएसपीएल रायगढ़ में फोरमेन के पद पर पिछले 23 साल से सेवारत एक सीनियर कर्मचारी की काम करते वक्त अचानक मौत हो गई। मौत कैसे हुई, इसकी जानकारी प्रबंधन ने परिजनों को काफी देर बाद दी गई…
जानकारी के मुताबिक मृतक कर्मचारी राजा राम भगत के बेचे विवेक कुमार भगत ने बताया कि पिता कुछ दिनों से अतिरिक्त काम के दबाव की वजह से काफी परेशान थे। वो घर पर भी समान्य तरीके से रह नहीं पा रहे थे। पूछे जाने पर वो काम की अधिकता की बात कहते थे। इस बीच बीते मंगलवार पूरे ड्यूटी आवर में पिता का मोबाइल आश्चर्यजनक ढंग से बंद रहने के बाद,शाम पांच बजकर तीस मिनट में उनकी माता के पास फोन आया कि आपके पति की तबियत बिगड़ गई है..उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.. आप लोग उन्हें देखने आ जाइए। सूचना मिलते ही महज 15 मिनट के अंतराल में हम जिंदल अस्पताल आ गए। यहां घंटों घुमाने के बाद भी पिता जी के विषय में कोई सही जानकारी नहीं दी गई। करीब 8 बजे हमे बताया गया कि पिताजी की मृत्यु हो गई है। फिर मेरी जिद के बाद पीएम वार्ड में उनकी डेड बाडी दिखाई गई। विवेक ने बताया कि इस घटना और जेएसपीएल प्रबंधन के दुर्व्यवहार से हम सब इतने आहत हो चुके हैं कि पिता जी का शव मिलने के बाद मैं स्वयं जेएसपीएल प्रबंधन के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दूंगा। साथ ही जरूरत पड़ी तो जेएसपीएल गेट के सामने धरने पर भी बैठूंगा। हमें पिता जी की मृत्यु की सही वजह जानने का अधिकार है और जेएसपीएल प्रबंधन हमें उस अधिकार से दूर रख रहा है।
देर रात तक मृतक जेएसपीएल कर्मचारी का शव उसके परिजनों को नही सौंपा गया था। अस्पताल प्रबंधन ने पोस्टमार्टम के बाद शव देने की बात कही गई। वही परिजन पूरी रात अस्पताल परिसर में बिलखते बैठे रहे। वही घटना के विषय में प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।\