ग्रेटर हैदराबाद में बाबरी मस्जिद मेमोरियल का ऐलान, राजनीतिक बयानबाजी तेज

दिल्ली। बाबरी मस्जिद विध्वंस की 33वीं बरसी पर तहरीक मुस्लिम शब्बन ने ग्रेटर हैदराबाद में बाबरी मस्जिद मेमोरियल और वेलफेयर इंस्टीट्यूशन बनाने की घोषणा की है।
संगठन के प्रेसिडेंट मुश्ताक मलिक ने कहा कि जल्द ही बताया जाएगा कि यह प्रोजेक्ट कितने समय में और किस तरीके से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाबर के नाम से किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए और इसे केवल राजनीतिक प्रोपेगैंडा बनाकर पेश किया जा रहा है।
इस घोषणा से पहले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद में बाबरी जैसी मस्जिद की नींव रखी। कबीर का कहना है कि संविधान उन्हें मस्जिद बनाने की अनुमति देता है और यह कोई गैर-कानूनी काम नहीं है। उन्होंने दावा किया कि मस्जिद निर्माण के लिए 300 करोड़ का बजट तय किया गया है, जिसमें अस्पताल, गेस्ट हाउस और मीटिंग हॉल भी बनाया जाएगा।
मुर्शिदाबाद में 6 दिसंबर को हजारों लोग ईंट लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और मस्जिद निर्माण की शुरुआत के समर्थन में शामिल हुए। कबीर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के लिए फैसला हिंदुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए दिया था, लेकिन मुसलमानों को भी अपने धार्मिक स्थलों के निर्माण का अधिकार है।
इधर, मुश्ताक मलिक ने तुलसीदास की रामायण का हवाला देते हुए दावा किया कि उसमें मंदिर तोड़े जाने का उल्लेख नहीं है। उनका कहना है कि यह विवाद लोगों के बीच नफरत फैलाने और समाज को बांटने का हथकंडा है।
वहीं, BJP ने इन गतिविधियों की आलोचना की है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा कि भारत बाबर जैसे आक्रमणकारी के नाम पर किसी भी स्मारक को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि TMC और कुछ संगठन राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक ध्रुवीकरण बढ़ा रहे हैं।



