
बिपत सारथी@पेंड्रा। छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा लोगों को अच्छे स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिससे अब लोगों का भरोसा उठते जा रहा है।
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला अस्पताल में मरीज लेकर पहुँचे परिजनों नें अस्पताल में असुविधा और डॉक्टर के ऊपर लापरवाही पूर्वक इलाज करने का आरोप लगाया है, जिसमें मरीज की मौत को लेकर परिजन नाराज हुए।
दरअसल धनपुर निवासी बुजुर्ग व्यक्ति धन्नू की अचानक तबियत बिगड़ने पर परिजनों नें 108 एंबुलेंस की सहायता से इमरजेंसी में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर प्रशांत रात्रे ने स्ट्रेचर में ही रखकर मरीज का इलाज करने लगे और परिजनों के द्वारा बेड में रखकर ऑक्सीजन लगाने व इलाज करने की बात कही गई तो उन्होंने परिजनों की बात न मानते हुए अस्पताल में ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं होने की बात कही।
वहीं परिजनों के द्वारा स्वयं ही ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि मरीज ज्यादा समय का मेहमान नहीं है। इसलिए रहने दो। उस समय मरीज की सांस चल रही थी, और डॉक्टर के द्वारा छाती को बार-बार दबाने से मरीज की मौत हो गई। इस बात को लेकर आक्रोशित मृतक के परिजन ने डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अस्पताल प्रबंधन के अव्यवस्थाओं पर सवाल उठाने लगे। इतने बड़े जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं डॉक्टर की लापरवाही के कारण मरीज की जान चले जाने को लेकर आक्रोशित परिजनों नें संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत करने की बात कही ताकि भविष्य में इस तरह का किसी मरीज के साथ व्यवहार ना किया जाए। अब देखने वाली बात यह होगी कि ऐसे लापरवाह डॉक्टर के ऊपर किस तरह की कार्यवाही की जाती है।