
मनीष सरवैया@महासमुंद। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के द्वारा नियमानुसार कार्रवाई करने के फरमान के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं का फूटा गुस्सा। छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल और महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया को सधबुद्धि प्रदान करने महासमुंद जिले के हजारों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने पटवारी कार्यालय के सामने धरना स्थल पर आज सद्बुद्धि प्राप्ति हो राज्य सरकार को इसके लिए हवन पूजन कर अपना विरोध प्रदर्शन किया हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने कहा है की छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार को असवेदनशील बताए हुए। कहा की भूपेश सरकार की खोखली धमकी से महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता डरने वाली नहीं है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए बात ही करती है। 24 दिन से महिलाएं आंदोलन कर रही है। लेकिन सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के साथ बातचीत कर समस्याओं का हल निकालने के लिए कोई पहल नहीं की है।
6 सुत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर की डेढ़ लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनिश्चित कालीन हड़ताल पर
छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ अपनी 6 सुत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर की डेढ़ लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है। 24 दिनों से हड़ताल पर बैठे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओ के हड़ताल पर चले जाने से प्रशासनिक काम काज ठप हो गया है। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं पर सख्ती दिखाते हुए जिला प्रशासन को नियमानुसार कार्रवाई करने का फरमान जारी कर दिया है।
महासमुंद जिला कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने कहा है की अधिकारियों की टीएल मीटिंग में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों और जनपद जिला के अधिकारियों को निर्देश से दिया गया है।