हंगरी से आया था कलेक्टर कार्यालय को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी वाला ई-मेल

कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में जिला कलेक्टर कार्यालय को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी वाला ई-मेल हंगरी के नीरेगेहजा शहर से भेजा गया था। इस धमकी भरे मेल का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। शुरुआती जांच में यह मेल फर्जी पाया गया है, जिसे देशभर के सात अलग-अलग जिला कार्यालयों को भी भेजा गया था।

16 अप्रैल को कलेक्टर कार्यालय के एक अधिकारी की मेल आईडी पर “कश्मीर प्रिंसेस (1955)” नाम से धमकी भरा ई-मेल प्राप्त हुआ था। इसमें कार्यालय को आरडीएक्स विस्फोटक से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस सूचना के बाद कार्यालय के परिसर के 54 कमरों को खाली कराया गया और हर कमरे की सघन जांच की गई। हालांकि जांच में कोई विस्फोटक नहीं पाया गया और इसके बाद कार्यालय को दोबारा खोला गया।

साइबर जांच में यह बात सामने आई कि यह मेल हंगरी के नीरेगेहजा शहर से भेजा गया था। मेल भेजने वाले ने इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) एड्रेस के वर्जन-6 का उपयोग किया था, जबकि ज्यादातर साइबर ठग वर्जन-4 का इस्तेमाल करते हैं। वर्जन-6 के इस्तेमाल से मेल भेजने वाले का पता लगाना अपेक्षाकृत आसान होता है। इसके विपरीत वर्जन-4 वाले एड्रेस का पता लगाना मुश्किल होता है, इसलिए अधिकांश फर्जी मेल वर्जन-4 से ही भेजे जाते हैं।

एसपी धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि धमकी भरे ई-मेल की जांच पूरी हो चुकी है और यह मेल विदेश से आया था। इस मामले पर कड़ी नजर रखी जा रही है। फिलहाल इस मामले में एफआईआर दर्ज करने को लेकर पुलिस जांच के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा कर रही है क्योंकि आगे की कानूनी कार्रवाई ई-मेल भेजने वाले की पहचान पर निर्भर करेगी।

इंटरनेट प्रोटोकॉल वर्जन-4 (IPv4) एक तकनीक है जो इंटरनेट पर प्रत्येक डिवाइस को एक अनोखा संख्यात्मक पता देती है। यह 32-बिट एड्रेस सिस्टम है, जिससे लगभग 4.29 अरब अलग-अलग पते बनाए जा सकते हैं। IPv4 1980 के दशक में विकसित हुआ था। इसके विपरीत, IPv6 एड्रेसिंग प्रणाली अधिक एड्रेस प्रदान करती है और आधुनिक इंटरनेट सुरक्षा में अधिक उपयोग होती है।

Exit mobile version