अमित बघेल बोले— दो चिन्हारी नहीं चलेगी, छत्तीसगढ़िया रंग में रंगना होगा; माफी से किया इनकार

रायपुर। रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़े जाने के बाद जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी प्रमुख अमित बघेल ने अग्रवाल और सिंधी समाज को लेकर विवादित टिप्पणी की, जिससे प्रदेशभर में नाराजगी फैल गई। कई जिलों में उनके खिलाफ FIR दर्ज हुई।
मीडिया से चर्चा के दौरान अमित बघेल ने कहा, “FIR से पहले चर्चा क्यों नहीं की गई? जैसा करोगे वैसा पाओगे। दो चिन्हारी नहीं चलेगी, छत्तीसगढ़िया रंग में रंगना होगा।” उन्होंने कहा कि पुलिस जांच एकतरफा है और मूर्ति अपमान की घटनाओं में अब तक किसी पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
बघेल ने कहा कि बाहर के लोग यहां उद्योग लगाते हैं, टिकट लेते हैं और विधायक बनते हैं, लेकिन जब छत्तीसगढ़िया अपनी बात कहते हैं, तो उन्हें गुंडा कहा जाता है। उन्होंने कहा कि जो भी इस भूमि पर रहता है, उसे इसकी संस्कृति में घुलना होगा।
31 अक्टूबर को रायपुर बंद के ऐलान पर बघेल ने कहा कि बंद गांधीवादी तरीके से होगा और सभी संगठनों से समर्थन की अपील की जाएगी। माफी के सवाल पर उन्होंने कहा, “अगर मुझे अपना मानते तो FIR से पहले बात करते। गलती दोनों ओर हो सकती है, इसलिए संवाद जरूरी है।”



