सरगुजा-अंबिकापुर

Ambikapur: मैनपाट महोत्सव में शराब प्रेमियों को लगा तगड़ा झटका, एक तबका जमकर उठा रहा लुफ्त, तो निचले तबके में नाराजगी, पढ़ने के लिए क्लिक करें ये खबर

शिव शंकर साहनी@सरगुजा। (Ambikapur) जिले मे मैनपाट महोत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रमो का शुरुआत शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी हुई. तमाम अव्यवस्थाओं के बीच आयोजित इस महोत्सव के मुख्य स्थल से चंद कदमों की दूरी पर भारी ताम झाम के साथ अवैध बार का संचालन किया जा रहा है. (Ambikapur) जिसमे शराब प्रेमियों के लिए हर ब्रांड की शराब तीन गुना ज्यादा कीमत मे हर शराब प्रेमियो के लिए मौजूद है. (Ambikapur) इनमे से रईस शराब प्रेमी तो इस अवैध बार की मंहगी शराब पीकर महोत्सव का जमकर लुफ्ट उठा रहे हैं. लेकिन मध्यम वर्गीय और नीचले तबके के शराब प्रेमी इतनी मंहगी शराब परोसे जाने को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं

सत्ताधारी दल से राजनैतिक संरक्षण प्राप्त जिले के एक पुराने शराब ठेकेदार और कुछ मंत्री के लोगो के पार्टनरशिफ मे संचालित ये अवैध बार मैनपाट से अम्बिकापुर आने वाले मुख्य मार्ग मे संचालित है. जिसके संचालन की तैयारी तब से की जा रही थी. जब से मैनपाट महोत्सव को सफल बनाने की तैयारी की जा रही है. और तो और जिस स्थान मे बार संचालित है.. वहां से जिले के कलेक्टर एसपी और तमाम आला अधिकारी पिछले 10-12 दिनो मे कई बार गुजरे हैं.. लेकिन बार के लिए सडक पर लगाए साईन बोर्ड और बैनर पोस्टर शायद इन अधिकारियो को नहीं दिखे.. और शायद यही वजह है कि जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर को भी इस अवैध बार की जानकारी नहीं है.. हालाकि वो ये जरूर मानते है कि मैनपाट मे किसी बार के संचालन की अनुमति नहीं दी गई है.. औऱ अगर कोई बार संचालित है तो वो अवैध है.

छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार के घोषणा पत्र मे पूर्ण शराब बंदी के दावे किए गए थे.. लेकिन शराब बंदी तो दूर उनकी सरकार मे सरकार से संरक्षण प्राप्त कुछ लोगो द्वारा अवैध बार का संचालन किया जा रहा है.. जिसको लेकर विपक्षी दल भाजपा के बडे नेता मैनपाट महोत्सव पर सवाल खडा कर रहे है.. प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अनुराग सिंह ने इस मामले को लेकर सरकार को कटघडे मे खडा किया है.. औऱ आरोप लगाया है कि शराबबंदी की बात करने वाली सरकार , शराब को प्रोत्साहन दे रही है..

एक दशक से आय़ोजित मैनपाट महोत्सव मे ऐसा पहली बार हुआ है… कि बिना किसी डर भय के इस प्रकार से अवैध बार का संचालन किया जा रहा है.. और तो और अवैध शराब की खबर बनाने गए पत्रकारो को खबर बनाने के दौरान जिले के एक मंत्री के गुर्गो द्वारा मारने पीटने की धौंस भी दिखाई गई…बहरहाल मैनपाट महोत्सव मे जिला प्रशासन की आंख के सामने अवैध शराब परोसने का धंधा फल फूल रहा है.. लेकिन ना ही जिला प्रशासन औऱ ना ही पुलिस प्रशासन किसी मे इतनी हिम्मत नहीं है कि इस अवैध कारोबार को बंद कराकर ,,, कारोबार मे संलिप्त लोगो पर कानूनी कार्यवाही की जाए… शायद कार्यवाही करने के लिए जिम्मेदार अधिकारी इस बात से डर रहे हैं कि कुछ करने पर उनके खिलाफ ना कुछ हो जाए।

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