शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर. सरगुजा जिले से 60 किलोमीटर दूर बतौली विकासखंड के बसाझाल में शासकीय राशि गबन करने का आरोप सरपंच ,सचिव पर लगा है. जहां 15वें वित्त की राशि से नाली निर्माण,पंचायत भवन मरम्मत कार्य सहित अन्य कार्यो के लिए 22 लाख से अधिक की राशि निकालकर कार्य नहीं करने का मामला सामने आया है.
बतौली विकास खंड के ग्राम पंचायत बसाझाल में जागरूक युवाओं को शासकीय राशि गबन करने की जानकारी उस वक्त लगी. जब विभिन्न कार्यों की जानकारी सरपंच और सचिव के द्वारा बताया जा रहा था कि ग्राम पंचायत में जो कार्य किया जाना था. उसे पूरा कर दिया गया है. लेकिन जब ग्रामीणों द्वारा इसकी जानकारी मांगी गई तो सरपंच,सचिव के द्वारा किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके बाद गांव के जागरूक युवाओं ने ऑनलाइन के माध्यम से दस्तावेज निकाला तो पता चला की जिस कार्य के लिए पैसे का आहरण किया गया है. वह कार्य कभी हुआ ही नहीं था. जिसके बाद इसकी शिकायत सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार से की गई. इधर कलेक्टर ने जांच टीम को मौके पर भेज कर जांच कराया गया. जिसमें तहसीलदार के द्वारा ग्रामीणों के साथ कार्य का स्थल निरीक्षण किया गया. लेकिन मौके पर किसी तरह का कार्य नहीं होना पाया गया है.
मीडिया से बचती दिखी तहसीलदार
इधर जांच दल में शामिल तहसीलदार से जब शासकीय राशि गबन के मामले को लेकर मीडिया ने सवाल किया तो कैमरे से बचते हुए अपने कार में बैठ गई. भले ही मीडिया के सवालों का जवाब कार में बैठेने के दौरान ही कह दिया कि आप लोगो ने तो फ़ोटो वैगेरह ले लिया है. उसमें जांच किया गया है यह बता दीजियेगा कहकर अपने कार में बैठ कर चली गई.
22 लाख से अधिक राशि गबन का मामला उजागर
बहरहाल ग्राम पंचायत में शासकीय राशि गबन करने का यह पहला मामला नहीं है. इस तरह के कई मामले जिले में सामने आते रहते हैं, लेकिन जागरूक युवाओं और ग्रामीणों की समझदारी ने ग्राम पंचायत बसाझाल में हुए 22 लाख से अधिक राशि गबन का मामला उजागर किया है. जिसमें जांच दल ने पहले भी जांच किया गया था. लेकिन कोई कार्रवाई सरपंच और सचिव के खिलाफ नही की गई थी. अब देखना होगा कि इस जांच दल द्वारा कबतक और क्या कार्रवाई किया जाता है।