
नितिन@रायगढ़। जिला अस्पताल से मानवता को शर्मसार कर देने का मामला सामने आया हैं। जहां अस्पताल प्रबंधन के कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों ने पोस्टमार्टम के नाम पर 400 रुपए की उगाही कर ली।
मामला तब सामने आया जब पीड़ित बिरहोर आदिवासी परिवार के लोग पोस्टमार्टम के बाद शव को गृह ग्राम वापस ले जाने के लिए भूखे प्यासे भटकते हुए मीडियाकर्मियों को दिखे। उनसे उनका हाल चाल जानने के बाद मीडियाकर्मियों ने उन्हे न केवल एंबुलेंस दिलवाई, बल्कि आश्वस्त भी किया कि उनसे 400 रुपए की उगाही करने वाले कर्मचारियों के बारे में वरिष्ठ अफसरों को अवगत कराएंगे।
इधर प्रेस कर्मियों को अपनी आप बीती बताते हुए पीड़ित वनवासी फुलसिंग बिरहोर ने बताया कि उसकी साली की सड़क हादसे में मौत हो गई। उसका शव पीएम के लिए लैलूंगा से रायगढ़ आया था। पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के कर्मचारियों ने उनसे 400 रु ले लिए थे। उनके पास उतना ही पैसा था पैसे खत्म हो जाने के कारण उन्हें भूखे रहना पड़ा है। साथ ही पोस्टमार्टम हुए करीब डेढ़ दो घंटा हो गया है इसके बावजूद उन्हें मृतिका का शव घर वापस ले जाने के लिए शव वाहन नहीं मिल पाया। जिसकी वजह से बेहद परेशान भी दिखे। जिसके बाद मीडिया कर्मियों के सहयोग से जहां रेड क्रास सोसायटी के द्वारा उन्हे एंबुलेंस दी गई,वही पीड़ित बिरहोर ग्रामीणों के खाने पीने की व्यवस्था भी संभव हो पाई।
बहरहाल पोस्टमार्टम के नाम पर आदिवासी ग्रामीणों से अवैध उगाही की जानकारी जब मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ.आर एन मंडावी को मिली तो उन्होंने आश्वस्त किया कि अविलंब घटना की जांच करवाई जा कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की अनुसंसा की जाएगी।।