
कोरिया। कोरिया जिले में किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। धान खरीदी शुरू हुए पंद्रह दिन बीत चुके हैं, लेकिन रकबा सुधार की समस्या अभी तक दूर नहीं हो पाई है। कई किसानों का रकबा अचानक कम दिख रहा है, जिससे वे अपनी उपज बेचने को लेकर असमंजस में हैं। हालात यह हैं कि किसान कभी तहसील कार्यालय, कभी कृषि विभाग और कभी लोक सेवा केंद्र के चक्कर काटते फिर रहे हैं।
सबसे बड़ी दिक्कत एग्रीस्टेक सॉफ्टवेयर बंद रहने की है, जो पिछले एक महीने से सही ढंग से काम नहीं कर रहा। सरकार की ओर से 25 नवंबर तक रकबा सुधार की मोहलत दी गई थी, लेकिन सिस्टम बंद होने के कारण अधिकांश किसानों की त्रुटियाँ ठीक ही नहीं हो सकीं। इससे किसानों में नाराजगी और चिंता दोनों बढ़ गई हैं।
अंतिम तारीख होने के कारण सोमवार को जिले के सभी तहसील कार्यालयों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही किसान लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे, लेकिन तकनीकी दिक्कतें बरकरार रहने से अधिकांश लोगों का कार्य अब भी अटका हुआ है। किसानों का कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं मिला तो वे धान बेचने से वंचित रह जाएंगे, जिसका सीधा असर उनकी आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा।





