अवैध प्लाटिंग के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही तेज, टुकड़ों में काट कर जमीन की बिक्री, लोगों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

नितिन@रायगढ़। शहर के कई क्षेत्रों में स्थानीय हल्का पटवारी की मिलीभगत से जी जमीनों पर बिना विधिवत अनुमति के अवैध प्लाटिंग का काम जोर शोर से चल रहा है..तो वही कुछ अन्य स्थानों पर पदस्थ हल्का पटवारियों ने बिना सक्षम न्यायालय की अनुमति के ही आबंटन भूमि का बिक्री नकल भी जारी कियाहै। इस मामले को अब जिला प्रशासन गंभीरता से लेने जा रहा है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जिले में भूमि को अवैधानिक तरीकों से टुकड़ों में काट कर बिक्री करने वालों की अब खैर नहीं होगी। पहले तो सभी रजिस्ट्री का नामांतरण निरस्त किया जाएगा, बाद में रजिस्ट्री शून्य कराई जाकर इन कृत्यों में संलिप्त लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि तत्कालीन कलेक्टर तारण प्रकाश सिंह के कार्यकाल में हुई कार्यवाही के बाद कुछ दिनों तक लुके छिपे रहे भूमाफियाओं ने हाल फिलहाल पुनः बेखौफ होकर अवैध प्लॉटिंग करने का काम शुरू कर दिया हैष शहर में सक्रिय भूमाफियाओं ने जहां बड़े पैमाने पर नियम विरुद्ध ढंग से अवैध प्लाटिंग की है। लोगों की माने तो सबकुछ जानते हुए भी हल्का पटवारियों ने इन भूमाफियाओं के अवैध कृत्यों में उनका भरपूर साथ भी दिया है। यही वजह है कि रायगढ़ शहर में अवैध प्लॉटिंग की फसल पुनः लहलहाने लगी है।
हाल ही में अवैध प्लाटिंग के दो बड़े मामले तब सामने आए। जब शहर के लगभग सभी प्रमुख समाचार पत्रों ने इन्हे प्रमुखता से उठाया। जिसमें पहला मामला बड़े अतरमुड़ा क्षेत्र से एस.टी.पी प्लांट के पीछे केलो नदी किनारे और 100 बिस्तर अस्पताल के पास मेन रोड का है,तो वहीं दूसरा मामला लामीदरहा बस्ती में मुख्य सड़क से थोड़ी दूरी पर अवैध प्लॉटिंग का है।
दोनो मामलों को स्थानीय मीडिया ने पूरे जोर शोर से उठाया है। साथ ही स्थानीय लोगों ने शिकायते भी की। जिस पर संज्ञान लेते हुए अनुविभागीय दंडाधिकारी प्रवीण तिवारी ने जांच उपरांत कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश जारी किया है। संबंधित दोनो मामलों के जांच के लिए जहां राजस्व विभाग की दो पृथक टीमें गठित की गई है। वही लामीदरहा की एक शासकीय आबंटित भूमि 34/16 जिसकी रजिस्ट्री और नामांतरण की प्रक्रिया पूर्ण हो गई थी। उसे निरस्त किए जाने का फैसला लिया गया है। इसके लिए एसडीएम कार्यालय के द्वारा तहसीलदार रायगढ़ को निर्देश भी दिया जा चुका है।
वही एस डी एम श्री तिवारी ने बताया कि शहर अतरमुड़ा क्षेत्र में एमसीबी अस्पताल के आगे आदिवासी आबंटित भूमि और सरकारी भूमि पर की जा रही अवैध प्लाटिंग की पृथक से जांच की जा रही है। जिसमे संलिप्त भूमाफिया महेंद्र जयसवाल का नाम पहली ही बार में सामने आया है बाकी अन्य लोगो को भी चिन्हाकित किया जा रहा है। यहां भी विधि संगत कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन अवैध कब्जा और अवैध प्लाटिंग का काम पूरी तरह से रोकने जा रहा है। जांच उपरांत अवैध प्लाटिंग में संलिप्त लोगों के विरुद्ध थाने में सुसंगत धाराओं के साथ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।