भरतपुर में चंबल प्रोजेक्ट की खुदाई के दौरान हादसा: 10 लोग मिट्टी में दबे, 4 की मौत; सभी यूपी के ग्रामीण

दिल्ली। राजस्थान के भरतपुर जिले में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां चंबल प्रोजेक्ट की पाइपलाइन डालने के दौरान मिट्टी धंसने से एक ही परिवार के 10 लोग दब गए। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा सुबह करीब 8:30 बजे गहनौली थाना क्षेत्र के जंगी के नगला इलाके में हुआ।
10 फीट गहरे गड्ढे में मिट्टी भरने उतरे थे लोग
प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, पाइपलाइन डालने के लिए खुदाई का काम चल रहा था, जिसकी गहराई करीब 10 फीट थी। इसी जगह से निकाली गई मिट्टी को भरने के लिए उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी क्षेत्र के उट्टू गांव से आए 10 ग्रामीण मजदूरी कर रहे थे। काम के दौरान अचानक टनों मिट्टी ढहकर उनके ऊपर गिर गई।
मौके पर ही 3 की मौत, एक महिला ने अस्पताल में दम तोड़ा
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों और प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जेसीबी और अन्य संसाधनों की मदद से दबे हुए 6 लोगों को बाहर निकाला गया। इनमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया।
मृतकों की पहचान निम्न अनुसार की गई है:
- अनुकूल (22 वर्ष)
- योगेश कुमारी (25 वर्ष)
- विनोद देवी (55 वर्ष)
- विमला देवी (45 वर्ष)
- जबकि दिनेश (38) और जयश्री (50) घायल हैं और उनका इलाज भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में चल रहा है।
6 लोगों का रेस्क्यू किया गया: कलेक्टर
भरतपुर के कलेक्टर कमर-उल-जमान ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंच गया था। 6 लोगों को रेस्क्यू किया गया, जिनमें से 4 को उनके परिजन निजी अस्पताल ले गए। दो को आरबीएम अस्पताल लाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
मजदूरों की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर साइट पर मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। बिना किसी मजबूत सुरक्षा उपाय के मजदूरों को गड्ढों में उतारना घातक साबित हुआ। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। स्थानीय ग्रामीणों और प्रशासन की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन कुछ घंटों में पूरा कर लिया गया, लेकिन हादसे की भयावहता ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।