स्ट्रेचर पर लेटा कर गर्भवती को पार कराई नदी…डॉक्टरों ने कराया सुरक्षित प्रसव

परमेश्वर राजपूत@छुरा। जिले का मुढ़ीपानी ग्राम आज विकास को तरस रहा है..हालात ऐसे है कि नदी पर पुल भी नहीं बना है..जिसकी वजह से जान जोखिम में डालकर लोग नदी पार कर रहे हैं..ऐसा ही मामला सामने आय़ा है..ग्राम मुढ़ीपानी के आश्रित ग्राम देंगसूरीपारा से जहां की गर्भवती महिला खेमबाई गोंड को स्ट्रेचर पर डालकर नदी पार कराया गया… 102 वाहन के ड्राइवर पुखराज यादव एवं स्वास्थ्य संयोजक लाल सिंग हुंन्द्रे और मितानिन गणेशी बाई भी साथ थी…फिर एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों एवं स्टाफ की सक्रियता से उनका सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया..
लेकिन आजादी के कई सालों बाद भी कई गांव ऐसे हैं, जो विकास से अछूते हैं..प्रतिनिधि और प्रशासन आदिवासियो के लिए तो बड़े-बड़े दावें करते हैं…लेकिन फिर जस का तस हो जाता है..और वादें सिर्फ वादे बनकर रह जाते हैं…जो कि एक बड़ा प्रश्न चिन्ह् खड़ा करता है..वहीं वनांचल क्षेत्र रसेला के स्वास्थ्य केंद्र की बात करें तो अभी भी समस्याएं बनी हुई है..102 वाहन के वाहन चालक नहीं है..जो कि नाइट शिफ्ट में काम कर सके… एक ही वाहन चालक 24 घंटे ड्यूटी करने मजबूर हैं… वहीं डिलीवरी के लिए रात्रि शिफ्ट के लिए स्टाफ नर्स की कमी है.. वहीं एक डिलीवरी पेशेंट की बात करें तो 14 अगस्त की रात रसेला स्वास्थ्य केंद्र में रात्रिकालिन डिलीवरी स्टाफ नर्स नहीं होने के चलते उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरा ले जाया गया। वहीं इन समस्याओं को लेकर क्षेत्रीय विधायक को भी ग्रामीणों ने अवगत कराया है लेकिन अभी तक मांग पुरा नहीं हो पाया है ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान प्रशासन से की है।