मुंबई। अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के कुछ आदिवासी विधायकों और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि झिरवाल ने शुक्रवार को मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के प्रशासनिक मुख्यालय ‘मंत्रालय भवन’ की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी. गनीमत रही के ये सभी बिल्डिंग में लगे सेफ्टी नेट में फंस गए और नीचे फर्श पर गिरने से बच गए और बड़ा हादसा होने से टल गया. यह घटना कैमरे में कैद हो गई और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
दरअसल, ये सभी आरक्षण को लेकर आंदोलन कर रहे थे. अजित पवार के इन विधायकों की मांग है धनगरों को आदिवासी आरक्षण में कोटा नहीं दिया जाए और उनके लिए अलग से रिजर्वेशन की व्यवस्था की जाए. इस मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र के आदिवासी विधायक लगातार आंदोलन कर रहे हैं. मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान अजित पवार गुट के आदिवासी विधायकों ने मंत्रालय भवन की तीसरी मंजिल से सेफ्टी नेट पर छलांग लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. उनके साथ डिप्टी स्पीकर नरहरि झिरवाल भी सेफ्टी नेट में कूद गए.
नरहरि झिरवाल के साथ कुछ आदिवासी विधायकों ने बुधवार को सह्याद्री गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और मांग की कि आदिवासी आरक्षण में किसी अन्य जाति को शामिल नहीं किया जाए. हालांकि, सीएम से मिलने के लिए उन्हें 7 घंटे तक इंतजार कराया गया. इससे आदिवासी विधायक नाखुश थे, काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी उनकी सीएम से मुलाकात नहीं हो सकी, जिसके चलते कुछ विधायक मंत्रालय में नेट पर कूद पड़े. यह घटना महाराष्ट्र कैबिनेट की चल रही बैठक के दौरान घटी.