रायपुर। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
अब कर्नाटक की बेंगलुरु पुलिस ने इंद्रानगर डिफेंस कॉलोनी निवासी रामकृष्ण पी की शिकायत पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि बघेल ने उनकी जाति और आराध्य देवी-देवताओं का अपमान करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई।
इस ताज़ा शिकायत के साथ ही बघेल के खिलाफ देशभर में 12 FIR दर्ज हो चुकी हैं। रायपुर पुलिस उन्हें फरार मानते हुए उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है और उन पर 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है। पुलिस का कहना है कि बघेल लगातार अपने परिचितों के घरों में छिपकर लोकेशन बदल रहे हैं, हालांकि उनकी गिरफ्तारी “बहुत जल्द” होने का दावा किया जा रहा है।
मामला तब भड़का जब 26 अक्टूबर 2025 को रायपुर के VIP चौक पर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को एक मानसिक रूप से बीमार युवक ने नशे की हालत में तोड़ दिया। इसके बाद अगले दिन बघेल ने अग्रसेन महाराज, झूलेलाल और सिंधी-अग्रवाल समुदाय पर उत्तेजक टिप्पणी की। उनके बयान के बाद प्रदेशभर में भारी विरोध हुआ और अलग-अलग जिलों में समाजों ने FIR दर्ज कराई।
बेंगलुरु, रायपुर, दुर्ग, धमतरी, इंदौर, ग्वालियर, नोएडा, महाराष्ट्र और प्रयागराज सहित कई शहरों में उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज हैं। रायपुर में हुए बवाल के बाद महतारी की मूर्ति दोबारा स्थापित कर दी गई।
वहीं अग्रवाल और सिंधी समाज के प्रतिनिधियों ने कहा है कि बघेल के बयान ने समाज की भावनाओं को गहरा आहत किया है और वे सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह पूरा विवाद अब राज्यभर में बड़ा राजनीतिक-सामाजिक मुद्दा बन चुका है।
