एक लापरवाही से पोर्न मार्केट तक पहुंच गए मेटरनिटी अस्पताल के वीडियो, गुजरात का मामला चौंकाने वाला

दिल्ली। गुजरात के राजकोट स्थित पायल मैटरनिटी अस्पताल का सीसीटीवी सिस्टम हैक होकर उसके भीतर चल रहे संवेदनशील वीडियो अंतरराष्ट्रीय पोर्न फेटिश नेटवर्क और टेलीग्राम चैनलों पर बेच दिए जाने का मामला सामने आया है। जांच में खुलासा हुआ है कि अस्पताल ने अपने सीसीटीवी का एक्सेस पासवर्ड बेहद कमजोर रखा था, जिसे हैकर्स ने आसानी से तोड़ लिया और वार्ड के कई महिलाओं के अंतरंग फुटेज चुरा लिए।
घटना का पता तब चला जब यूट्यूब चैनलों मेघा एमबीबीएस और सीपी मोंडा पर अस्पताल के टीजर क्लिप अपलोड हुए। इन क्लिप्स के माध्यम से दर्शकों को एक टेलीग्राम ग्रुप में शामिल होने के लिए कहा गया, जहां इन वीडियो क्लिप्स 700 रुपये से लेकर 4,000 रुपये तक कीमत पर बेची जा रही थीं। प्रारंभिक जांच के मुताबिक हैकर्स ने जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक लगभग एक साल तक सिस्टम का एक्सेस बनाए रखा। फरवरी 2025 में गिरफ्तारियों के बाद सामने आया कि केवल नौ महीनों में लगभग 50,000 क्लिप्स चुराई जा चुकी थीं।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि यह नेटवर्क सिर्फ राजकोट तक सीमित नहीं था। पुणे, मुंबई, नासिक, सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली सहित देश के कम से कम 20 राज्यों में अस्पतालों, स्कूलों, कारखानों और निजी आवासों के सीसीटीवी सिस्टम हैक किए गए। अधिकतर मामलों में CCTV पर ‘admin123’ जैसे फैक्टरी-सेट पासवर्ड का इस्तेमाल पाया गया, जो हैकर्स के लिए आसान निशाना बन गए।
साइबर अपराध इकाइयों ने आक्रामक छान-बीन शुरू कर दी है और प्रभावितों को संवेदनशील मदद देने और आगे की सुरक्षा के उपाय लागू करने की सलाह दी जा रही है। विशेषज्ञ कहते हैं कि संस्थागत स्तर पर पासवर्ड नीति, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और सीसीटीवी डेटा एन्क्रिप्शन को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए ताकि ऐसी घृणित हरकतों से लोगों की निजता सुरक्षित रहे।
				




