एमपी पुलिस भर्ती परीक्षा में व्यापमं जैसा बड़ा घोटाला: 19 FIR, सॉल्वर बने असली कैंडिडेट्स

भोपाल। मध्यप्रदेश में दो साल पहले हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में भी व्यापमं जैसी धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। इसमें असली कैंडिडेट्स की जगह सॉल्वर ने परीक्षा दी। आधार कार्ड में सॉल्वर के फोटो और फिंगरप्रिंट अपडेट कराकर फर्जीवाड़ा किया गया। पुलिस हेडक्वार्टर के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 19 मामलों में FIR दर्ज की गई हैं और जांच अभी जारी है।
फर्जीवाड़े के प्रमुख मामले
ग्वालियर के कंपू थाने में 5 कैंडिडेट्स के खिलाफ केस दर्ज हुआ, जिनके आधार अपडेट में सॉल्वर के फोटो पाए गए। राजगढ़ पुलिस ने एक केस में 4 लाख रुपए लेकर परीक्षा देने वाले सॉल्वर और उनके भाई के खिलाफ कार्रवाई की। वहीं मुरैना में भी सॉल्वर को जॉइनिंग के वक्त पकड़ा गया। शिवपुरी में नियुक्त कैंडिडेट्स के दस्तावेज जांचने पर धोखाधड़ी सामने आई। आलीराजपुर में एक बाहुबली ने 45 हजार रुपए लेकर परीक्षा दी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा
सॉल्वर ने परीक्षा से पहले असली कैंडिडेट के आधार पर फोटो और फिंगरप्रिंट अपडेट कराए। परीक्षा में सॉल्वर अपना आधार कार्ड लेकर गए, जिससे फिंगरप्रिंट और फोटो मैच हो गए। परीक्षा के बाद फिर असली कैंडिडेट का डेटा अपडेट करा लिया गया ताकि जॉइनिंग में कोई शक न हो।
कर्मचारी चयन मंडल का दावा
कर्मचारी चयन मंडल के डायरेक्टर ने कहा कि परीक्षा के दौरान आधार वेरिफिकेशन सही तरीके से हुआ, लेकिन जॉइनिंग के समय गड़बड़ी सामने आई।
फर्जीवाड़ा कैसे पकड़ा गया
पुलिस हेडक्वार्टर को शिकायत मिलने के बाद जिलों में कैंडिडेट्स के दस्तावेज़ों, फोटो, फिंगरप्रिंट और आधार अपडेट हिस्ट्री की जांच शुरू हुई। इसी जांच में धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ। पुलिस का कहना है कि जांच आगे बढ़ने पर और FIR दर्ज हो सकती हैं।