Jannah Theme License is not validated, Go to the theme options page to validate the license, You need a single license for each domain name.
सरगुजा-अंबिकापुर

Chhattisgarh प्रतिनिधि मंडल ने पीएल पुनिया से की मुलाकात, जल्द लागू करेंगे राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून

शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। (Chhattisgarh) पत्रकारों पर हो रहे लगातार अत्याचार वो झूठ केस में फंसा देने सहित कई मामलों को लेकर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की अभियान अंतर्गत पत्रकारों का दिल्ली कूच अभियान चलाया। (Chhattisgarh) इसके तहत पत्रकार सुरक्षा कानून की नींव रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला के नेतृत्व में पूरे छत्तीसगढ़ से दर्जनों पत्रकारों दिल्ली पहुंचे। (Chhattisgarh) जहां जाकर कांग्रेस संगठन के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात की। इस दौरान पीएल पुनिया ने छत्तीसगढ़ के पत्रकार प्रतिनिधि मंडलों को पर्याप्त समय देते हुए आश्वस्त किया कि हम जल्द ही पत्रकार सुरक्षा क़ानून छत्तीसगढ़ में लाने वाले हैं।

ED: शिवसेना विधायक के ठिकानों पर ईडी का छापा….घर और ऑफिस में चल रही तलाशी….बेटे को लाया गया ईडी दफ्तर

उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि जब तक पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नहीं होगा। तब तक पत्रकारों पर किसी प्रकार का कोई भयादोहन या अनैतिक आचरण या व्यवहार कोई भी अधिकारी कर्मचारी शासन या प्रशासन नहीं करेगा।  छत्तीसगढ़ के पत्रकार स्वतंत्र होकर अपने पत्रकारिता कर सकेंगे। इसकी जिम्मेदारी लेते हुए पीएल पुनिया ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से फोन पर वार्तालाप करने की बात  कहकर पत्रकारों के हित में जल्द ही पत्रकार सुरक्षा कानून पर अध्यादेश लाने की बात कही।

Kanker: मुठभेड़ में 1 महिला सहित 3 वर्दीधारी नक्सली ढेर..सर्चिग के दौरान मिला शव..मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद..5 लाख के इनामी थे माओवादी

पत्रकारों के सुविधाओं व कार्य करने की स्वतंत्रता पर किसी प्रकार का कोई हनन ना हो सके इसका विशेष ध्यान सरकारी स्तर पर देने की बात की।  सभी विभाग प्रमुखों को अवगत कराते हुए पूरे प्रदेश में पत्रकारों को प्राप्त संवैधानिक अधिकारों के तहत कार्य करने में किसी प्रकार का कोई व्यवधान ना होने हेतु पत्राचार करने की भी बात भी कही।

पीएल पुनिया के जवाब से संतुष्ट प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश के पत्रकारों को यह खबर करते हुए खुशी प्रकट की है कि आशा अनुरूप हमने जो उम्मीद लगाई थी सरकार उसे मानने के लिए सहर्ष तैयार हो गया है, हालांकि प्रतिनिधिमंडल ने अभी कहा है कि संघर्ष अभी और बाकी है कुछ तथाकथित सरकार व विपक्ष के नुमाइंदे इसे तोड़ने मरोडने का काम करेंगे एवं पत्रकारों के बीच फूट डालने का प्रयास करेंगे अब वक्त और संवेदनशील हो गया है की हम सभी पत्रकार संगठनों को अपने-अपने बैनर तले एकजुट होकर इस संघर्ष को और मजबूती प्रदान करने के लिए एक स्वर में डटे रहना है। छत्तीसगढ़ के समस्त पत्रकारों में हर्ष का माहौल व्याप्त।

Related Articles

Back to top button